IPL 2020: आईपीएल (Indian Premier League) के 13वें सीजन की शुरुआत से पहले ही कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) को बड़ा झटका लगा। 48 साल के दाएं हाथ के स्पिनर प्रवीण तांबे को IPL 2020 से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। तांबे इस बार नीलामी में बिकने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी थे। तांबे इससे पहले IPL में पिछली बार 2016 में खेले थे। उन्हें इस बार केकेआर ने उनके बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा था।
हमारे सहयोगी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, तांबे को 2018 में शारजाह में T10 लीग में खेलने की सजा मिली। BCCI के नियमों के अनुसार, वही खिलाड़ी विदेशी T10 और T20 लीग में खेलेगा जो संन्यास ले चुका हो। तांबे ने 2018 में संन्यास लिया था। उन्होंने इसकी जानकारी मुंबई क्रिकेट संघ (MCA) को दी थी। इसके बाद वे लीग में खेले। उन्होंने टूर्नामेंट के बाद अपना इस्तीफा वापस ले लिया था। वे मुंबई लीग में खेले थे।
जब उन्होंने संन्यास से वापसी का ऐलान किया था, तब MCA को एक एड-हॉक कमेटी चला रही थी। IPL के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘‘फ्रेंचाइजी केकेआर को तांबे को लेकर लिए गए फैसले बता दिए गए हैं। तांबे को IPL में नहीं खेलने दिया जाएगा। अगर उन्हें खेलने दिया गया तो सबको अनुमति देनी होगी।’’
तांबे ने आईपीएल-7 में केकेआर के खिलाफ दो गेंद पर हैट्रिक ली थी। तांबे ने केकेआर की पारी के 16वें ओवर की पहली गेंद पर मनीष पांडे को स्टंप आउट कराया। हालांकि, गेंद को वाइड करार दिया गया। तांबे ने अगली गेंद पर यूसुफ पठान को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद दूसरी गेंद पर रयान टेन डोशाचे को एलबीडब्ल्यू किया था।
टी20 में दो ही बार गेंदबाजों ने 2 गेंद पर हैट्रिक ली है। तांबे से पहले 2010 चैम्पियंस लीग में सेंट्रल डिस्ट्रिक्स के खिलाफ वायम्बा के इसुरू उडाना ने यह उपलब्धि हासिल की थी। तांबे ने IPL में अब तक 33 मैच में 28 विकेट लिए हैं। उन्होंने 2014 में सबसे ज्यादा 15 विकेट लिए थे।
बृजेश पटेल इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘BCCI खिलाड़ियों को केवल वनडे, तीन दिवसीय, चार दिवसीय और काउंटी खेलने की इजाजत देता है। सभी खिलाड़ियों को BCCI और संबंधित राज्य संघ से अनापत्ति प्रमाणपत्र लेना होता है। T10 और T20 का मामला अलग है।”

