आईपीएल के 11 वें सीजन में पुणे में खेले गए मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को पांच विकेट से हरा दिया।प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को मैच जीतना बेहद जरूरी थी मगर वह असफल रही।पंजाब की टीम पूरे 20 ओवर से पहले ही 153 रनों पर ऑल आउट हो गई। चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। यह फैसला आखिरकार सच साबित हुआ। इस मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम के दो फैसले चौंकाने वाले रहे। ये फैसले थे हरभजन सिंह और दीपक चहर को बल्लेबाजी के लिए ऊपरी क्रम में भेजने का फैसला। यह फैसला महेंद्र सिंह धोनी के लिए मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ।बाद में धोनी ने गेंदबाजों खासकर दीपक चहर को ऊपर भेजने के पीछे की वजह बताई। दीपक चहर महेंद्र सिंह धोनी के भरोसे पर खरे उतरे, उन्होंने सिर्फ 20 गेंदों में 39 रन ठोंके।
महेंद्र सिंह धोनी ने मैच समापन के बाद बैटिंग क्रम में अपने इस प्रयोग के पीछे की वजह बताई। उन्होंने कहा कि गेंद कुछ ज्यादा ही स्विंग कर रही थी। जाहिर सी बात है ऐसी पिच पर गेंदबाजों की कोशिश विकेट हासिल करने की होती है। हमने इस कारण भज्जी और चहर को भेजा, क्योंकि हमें पता था कि उन्हें स्विंग गेंदबाजी नहीं होगी। विपक्षी टीम के गेंदबाज निचले क्रम के बल्लेबाजों के लिए बाउंसर्स और आउट कटर्स की कोशिश करेंगे। इसी नाते हमने बड़े शॉट खेलने के लिए सभी फील्डर्स को ऊपर भेज दिया।”
बता दें कि इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम ने 16 रन के स्कोर पर तीन शुरुआती विकेट खो दिए। आखिर में करुण नायर के शानदार 54 रन की बदौलत टीम किसी तरह 153 रनों के स्कोर पर पहुंची।किंग्स इलेवन पंजाब ने मैच जीतने के लिए हरसंभव कोशिश की। शुरुआत में ऐसा होता दिखा भी और टीम ने सीएसके के तीन विकेट सिर्फ 27 रनों पर झटक लिए। मगर हरभजन सिंह, सुरेश रैना और दीपक चहर ने सूझबूझ से खेलते हुए पहले टीम का स्कोर सौ के पार किया। फिर धोनी और सुरेश रैना ने टीम को जीत दिलाई। रैना ने संकटमोचक की भूमिका निभाते हुए 61 रनों की पारी खेली।