आइपीएल के पिछले आठ सत्रों में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम जो कमाल नहीं कर सकी, नौवें सत्र में उसने जीत की हैट्रिक लगा कर नया इतिहास रचा है। हालांकि आइपीएल में उसे अभी लंबा सफर तय करना है लेकिन चार मैचों में तीन जीत से उसके हौसले बुलंद हैं। बुधवार को फीरोज शाह कोटला पर उसे गुजरात लायंस से भिड़ना है। दिल्ली डेयरडेविल्स का इरादा इस मैदान पर अब जीत की हैट्रिक लगाना है। हालांकि गुजरात लायंस की टीम भी पूरी लय में है और उसके खिलाफ दिल्ली टीम को अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। जीत के सिलसिले को बरकरार रखना तो गुजरात लायंस भी चाहेगी, जिसने पिछले मैच में रायल चैलंजर्स बंगलूर के बड़े लक्ष्य को आसानी से पार पा लिया था।
दिल्ली ने पहला मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की और उसने किंग्स इलेवेन पंजाब, आरसीबी और मुंबई इंडियंस पर जीत दर्ज कर अंक तालिका में छह अंकों के साथ टाप चार टीमों में अपने को बनाए रखा है। गुजरात टीम ने भी पांच में से चार मैच जीते हैं। दिल्ली ने शनिवार को इसी मैदान पर मुंबई पर बेहतरीन जीत दर्ज की थी। गेंदबाजों के कमाल से उसने मुंबई इंडियंस को दस रनों से हराया था। जहीर खान की अगुआई में दिल्ली के गेंदबाजों ने कमाल भरा प्रदर्शन कर छोटे से लक्ष्य का बचाव किया था। गेंदबाजों के अलावा बेहतरीन फील्डिंग ने भी दिल्ली का काम आसान किया था।
पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली की टीम ने 164 रन बनाए थे। उस मैच में संजू सैमसन और जेपी डुमिनी ने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी। ओपनर क्विंटन डी काक ज्यादा कमाल नहीं दिखा सके थे लेकिन डुमिनी और सैमसन ने टीम के स्कोर को 164 तक पहुंचाया था। बाद में गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की थी। कप्तान जहीर के अलावा क्रिस मौरिस, मोहम्मद शमी, अमित मिश्रा और इमरान ताहिर ने भी अच्छी गेंदबाजी की थी। अमित मिश्रा आइपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। बुधवार को भी मिश्रा पर गेंदबाजी का दारोमदार रहेगा। जहीर भी अच्छी लय में दिख रहे हैं।
गेंदबाजी की अगुआई तो जहीर करेंगे लेकिन उन्हें अपने स्पिन गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी। साढ़े आठ करोड़ में बिके पवन नेगी अभी तक अपनी कीमत को सही साबित नहीं कर पाए हैं। वे टीम में आलराउंडर के तौर पर शामिल किए गए हैं लेकिन अब तक न तो उन्होंने बल्ले से कोई कमाल किया है और न ही गेंदबाजी में प्रभाव छोड़ा है। पिछले मैच में तो उनके एक ओवर में मुंबई के बल्लेबाजों ने 19 रन ठोक डाले थे। चार मैचों में नेगी ने एक भी विकेट नहीं लिया है और बल्लेबाजी भी उनकी ऐसी नहीं रही है, जिसका जिक्र किया जा सके। श्रेयस अय्यर भी लय में नहीं दिख रहे हैं। मयंक अग्रवाल को मौका नहीं मिला है। करुण नायर ने आरसीबी के खिलाफ जरूर बढ़िया बल्लेबाजी की थी लेकिन बाकी के मैचों में वे चल नहीं पाए हैं। उनका श्रेष्ठ आना बाकी है। वैसे दिल्ली की गेंदबाजी की धार ज्यादा पैनी दिखाई देती है।
गुजरात का मजबूत पक्ष उसकी बल्लेबाजी है। गेंदबाजी उनकी बहुत संतुलित नहीं दिखाी देती है। टीम ने अब तक जो चार मैच जीते हैं वह लक्ष्य का पीछा करते हुए ही जीते हैं। इसी से उनकी बल्लेबाजी की गहराई को समझा जा सकता है। कप्तान सुरेश रैना हालांकि अब तक वे चमक नहीं बिखेर पाए हैं लेकिन ओरान फिंच जीत के नायक रहे हैं। फिंच ने अब तक तीन हाफ सेंचुरी जमा चुके हैं। मैकुलम अभी फार्म में नहीं हैं। उनकी बड़ी पारी का अभी बहुतों को इंतजार है। दिनेशश कार्तिक का बल्ला पिछले मैच में चला और गुजरात टीम भी चली। पिछले मैच में ड्वेन स्थिम ने पारी की शुरुआत की थी। उनकी तेज शुरुआत ने टीम को पटरी पर ला दिया था। हरफनमौला खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो और रवींद्र जडेजा बल्लेबाजी में अभी प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं, गेंदबाजी में जरूर दोनों ने चमक बिखेरी है। गुजरात की परेशानी उसकी गेंदबाजी ही है। उम्रदराज गेंदबाज प्रवीण तांबे स्पिन की जादूगरी से जरूर कमाल दिखा रहे हैं, लेकिन बाकी के गेंदबाजों ने अभी तक बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है।
टीम ने अभी तक जेम्स फाकनर को नहीं आजमाया है। दिल्ली के खिलाफ फाकनर को खिलाया जा सकता है। तेज गेंदबाज प्रवीण आमरे अब तक विकेट निकालने में नाकाम रहे हैं। हालांकि रैना की वे पसंद हैं। टीम के पास शादाब जकाती, सरबजीत लड्डा और फाकनर के अलावा दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन भी हैं। जो आइपीएल के इस सत्र में अब तक बेंच पर ही नजर आए हैं। बुधवार को भी उन्हें मौका मिल पाएगा, लगता तो नहीं है। लेकिन अगर स्टेन टीम में आए तो ब्रावो को बाहर बैठना पड़ सकता है।
मैच रात आठ बजे से शुरू होगा।