श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज का मुकाबला भारत ने 38 रनों से भले जीत लिया हो, लेकिन एक खिलाड़ी के लिए ये मुकाबला काफी खराब रहा। हम बात कर रहे हैं पृथ्वी शॉ की जिनका भारत के लिए ये पहला टी-20 मुकाबला था और वे डेब्यू में ही गोल्डन डक का शिकार हो गए। मैच की पहली गेंद, पृथ्वी के टी-20 करियर की पहली गेंद और पृथ्वी विकेटकीपर को कैच थमाकर कैच आउट हो गए। वे निश्चित ही इस मुकाबले को अपनी यादों से मिटाना चाहेंगे।
टी-20 सीरीज के पहले मुकाबले में पृथ्वी शॉ और वरुण चक्रवर्ती को भारतीय कैप मिली। भारतीय टीम टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी और शॉ दुशमंथा चमीरा की पहली ही बाहर जाती गेंद पर विकेटकीपर को कैच देकर आउट हो गए।
शॉ को डेब्यू में गोल्डन डक मिलते ही 2016 का एक मुकाबला लोगों को याद आ गया जिसमें केएल राहुल ने डेब्यू किया था। राहुल जिम्बाब्वे के खिलाफ उस मुकाबले में गोल्डन डक का शिकार हुए थे और ये उनका पहला टी-20 मैच था।
इसके अलावा लोगों ने एक चीज और दोनों खिलाड़ियों के बीच समानता करते हुए निकाली। दरअसल राहुल ने अपने वनडे डेब्यू में शतक लगाया था। उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 100 रन बनाए थे। वहीं पृथ्वी शॉ ने भी वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट डेब्यू में 134 रनों की पारी खेली थी।
Indians with a golden duck on T20I debut
– KL Rahul in 2016
(in 2016, scored a 100* on his ODI debut!)– Prithvi Shaw in 2021
(in 2018, scored 134 on his Test debut!)#INDvSL #SLvInd— Mohandas Menon (@mohanstatsman) July 25, 2021
धोनी भी हो चुके हैं डेब्यू में डक का शिकार
वहीं इस सूची में एक नाम ऐसा भी है जिसे देखकर शायद लोगों को यकीन ना हो। जी हां वो नाम है भारत के सबसे सफल और दिग्गज पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का। धोनी भी अपने टी-20 डेब्यू मुकाबले में डक पर आउट हुए थे।
हालांकि वे दूसरी बॉल पर आउट हुए थे लेकिन टी-20 डेब्यू उनका सही नहीं रहा था। ये मुकाबला 1 दिसंबर 2006 को जोहानिसबर्ग में खेले गया गया जिसमें चार्ल्स लैंगवेल्ड्ट ने धोनी को पगबाधा आउट किया था।


