भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेलने के बावजूद शनिवार (13 सितंबर) को एशिया कप फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया। सुपर 4 चरण के आखिरी मैच में मेजबान चीन ने कोरिया को 1-0 से हराया। ऐसे में भारतीय टीम फाइनल में पहुंच गई। सलीमा टेटे की टीम रविवार (14 सितंबर) को फाइनल में चीन से भिड़ेगी और जीतने वाली टीम अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर जाएगी।

गत चैंपियन जापान के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ के बाद भारत टीम का भाग्य कोरिया और चीन के बीच मैच के नतीजे पर निर्भर था। चीन पहले ही फाइनल के लिए क्वालीफाई कर चुके था। कोरिया को फाइनल में पहुंचने के लिए कम से कम दो गोल के अंतर से जीत की जरूरत थी, लेकिन चीन की जीत ने सुनिश्चित कर दिया कि 2022 संस्करण में तीसरे स्थान पर रहने वाला भारत फाइनल में पहुंच जाएगा।

जापान दो अंकों के साथ तीसरे स्थान पर

चीन तीन जीत के बाद नौ अंक के साथ सुपर चार तालिका में शीर्ष पर रहा जबकि भारत एक जीत, एक ड्रॉ और एक हार से चार अंक से दूसरे स्थान पर रहा। कोरिया को एक ड्रॉ और दो हार से सिर्फ एक अंक मिला और वह सबसे निचले स्थान पर रहा। जापान दो अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।

भारत-जापान मुकाबला ड्रॉ रहा

जापान के खिलाफ भारत ने शानदार शुरुआत की। ब्यूटी डुंग डुंग ने सातवें मिनट में मैदानी गोल करके टीम को बढ़त दिला दी। लेकिन जापान ने वापसी की और शेहो कोबायाकावा (58वें मिनट) ने हूटर बजने से दो मिनट पहले ही बराबरी का गोल दाग दिया। यह इस टूर्नामेंट में दोनों टीमों के बीच दूसरा ड्रॉ था। इससे पहले पूल चरण का मुकाबला भी 2-2 से बराबरी पर छूटा था।

भारत ने डुंग डुंग के गोल से बढ़त हासिल कर ली

जापान के खिलाफ जीत से भारत सीधे मेजबान चीन के खिलाफ फाइनल में पहुंच जाता। चीन ने सुपर चार चरण में भारत को हराकर पहले ही फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली थी। भारत ने बेहतर शुरुआत की और पहले कुछ मिनट में ही इशिका चौधरी ने गोलपोस्ट पर शॉट लगा दिया। इसके बाद जापान ने कुछ आक्रामक मूव बनाने शुरू किए। लेकिन भारत ने डुंग डुंग के गोल से बढ़त हासिल कर ली।

भारत ने ब्रेक तक स्कोर 1-0 बनाए था

बराबरी की कोशिश में जुटी जापान ने जल्द ही एक पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन भारत ने बिना परेशानी के उन्हें रोक दिया। जैसे-जैसे मुकाबला आगे बढ़ा, भारतीयों ने गेंद पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया और हमले तेज कर दिए। हालांकि,जापान की रक्षा पंक्ति ने पहले हाफ के अंतिम क्षणों में भारत पर दबाव बनाया। पर भारत ने ब्रेक तक स्कोर 1-0 बनाए था।

जापान ने आखिरकार 58वें मिनट में गोल किया

अंतिम क्वार्टर में जापान ने बराबरी की कोशिश में आक्रामक रुख अपनाया। भारत ने कई पेनल्टी कॉर्नर हासिल करके अपने विरोधियों पर दबाव बनाया। जापान ने आखिरकार 58वें मिनट में गोल कर दिया। कप्तान अमीरू शिमादा बाईं ओर से आगे बढ़ी और गेंद को सर्कल में पहुंचा दिया, तभी शिहो कोबायाकावा तेजी से बिचू देवी को छकाते हुए गेंद को नेट में डालकर स्कोर बराबर करने में कामयाब रहीं। भारत ने अंतिम क्षणों में कई प्रयास किए और एक पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल किया। लेकिन जापान ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया और अंततः हूटर बजने पर दोनों टीमें बराबरी पर रहीं।