राजेश राय
सात साल के लंबे अंतराल के बाद भारत और इंग्लैंड की महिला टीमों के बीच इंग्लैंड के ब्रिस्टल में पहली बार टैस्ट मैच खेला गया जो अंतत: ड्रा रहा लेकिन इस टैस्ट मैच ने भविष्य में महिला टैस्ट क्रिकेट के दरवाजे खोल दिए हैं। इंग्लैंड की कप्तान कीथेर नाईट ने मैच के बाद कहा कि शानदार क्रिकेट हुआ। यह दुर्भाग्यपूर्ण था कि इस मैच की नाटकीय और रोमांचक समाप्ति नहीं हुई, लेकिन यही क्रिकेट का खेल है। यह बहुत रोमांचक होना चाहिए था लेकिन मुझे लगता है कि यह टैस्ट क्रिकेट के लिए शानदार विज्ञापन है।
हमने मैदान पर कुछ बेहतरीन कौशल देखा, दोनों टीमों की तरफ से कुछ युवा खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल दिखाया। इस मैच ने दिखाया कि महिला टैस्ट क्रिकेट का अपना स्थान है। वैसे मैं तैयार हूं महिला टैस्ट क्रिकेट के लिए और मुझे लगता है कि महिला टैस्ट में पांचवां दिन होना चाहिए कि परिणाम निकल सके।
यह टैस्ट मैच चार दिन का था और इसमें भी एक सत्र बारिश के कारण पूरा बेकार चला गया था। दूसरी तरफ इस मैच के ड्रा होने से काफी राहत महसूस कर रही भारतीय कप्तान मिताली राज ने अपनी टीम की युवा खिलाड़ियों की तारीफें गढ़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी नौ विकेट पर 396 रन बनाकर घोषित की थी जबकि भारतीय टीम पहली पारी में 231 रन पर सिमट गई थी और उसे फॉलोआन खेलने के लिए मजबूर होना पड़ा था। दूसरी पारी में भारत का स्कोर सात विकेट पर 199 रन हो गया था और उसके पास केवल 34 रन की बढ़त थी। लेकिन स्नेह राणा ने नाबाद 80 रन बनाए और फिर निचले क्रम की बल्लेबाजों के साथ मैच को इंग्लैंड के हाथों से निकाल दिया और मैच अंतत: ड्रा समाप्त हुआ।
हरमनप्रीत कौर के आउट होने और खिलाड़ियों के मैच ड्रा होने के बाद हाथ मिलाने तक राणा ने शिखा पांडेय और तान्या भाटिया के साथ आठवें और नौंवें विकेट के लिए 145 रन जोड़े और 47.3 ओवर खेले। मैच के तीसरे दिन चायकाल के बाद का खेल बारिश के कारण नहीं हो सका और इंग्लैंड को इसका नुकसान उठाना पड़ा। वैसे तारीफ करनी होगी भारत की युवा ओपनर शेफाली वर्मा और इस टैस्ट में पदार्पण करने वाली पांच खिलाड़ियों की जिन्होंने अपनी तरफ से भरपूर योगदान देकर भारत को शर्मिंदगी से बचा लिया।
भारतीय कप्तान मिताली ने इस मैच में पदार्पण करने वाली पांच खिलाड़ियों की सराहना की जिन्होंने इंग्लैंड को जीत हासिल नहीं करने दी। शेफाली वर्मा अपने पदार्पण टैस्ट में 96 और 63 रन बनाकर प्लेयर आॅफ द मैच बनीं जबकि दीप्ति ने तीन विकेट लेने के अलावा नाबाद 29 और 54 रन बनाए। पूजा वस्त्रकर ने एक विकेट लिया और क्रीज पर कुछ समय भी गुजारा जबकि राणा और भाटिया ने नौंवें विकेट के लिए मैच बचाने वाली 104 रन की अविजित साझेदारी की। एक कप्तान के लिए युवा खिलाड़ियों से इससे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद नहीं हो सकती।
राणा ने कहा कि हम बिलकुल भी परेशान नहीं थे और हमारा सारा ध्यान अपने बेसिक्स पर टिका हुआ था, विपक्षी खिलाड़ी स्लेजिंग करने की कोशिश कर रही थीं लेकिन हमारा ध्यान पूरी तरह हमारे काम और बेसिक्स पर टिका हुआ था। हमने उन पर कोई ध्यान नहीं दिया और एक वांछित परिणाम हमारे पक्ष में आ गया। इस मैच में प्लेयर आॅफ द मैच बनीं युवा शेफाली ने अपने आक्रामक स्ट्रोक प्ले से सबका ध्यान खींचा। महिला वीरेंदर सहवाग कही जाने वाली शेफाली ने पहली पारी में 96 और दूसरी पारी में 63 रन बनाए। उन्होंने पहली पारी में 13 चौके और दो छक्के लगाए जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 11 चौके और एक छक्का लगाया। शेफाली इस तरह टैस्ट क्रिकेट में छक्का मारने वाली दूसरी खिलाड़ी बनी।
यह मैच भारत के लिहाज से अंतत: सुखद रहा लेकिन कप्तान मिताली और छोटे फॉर्मेट की कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए प्रदर्शन के लिहाज से याद न रखने लायक मैच बना। मिताली ने दोनों पारियों में दो और चार रन बनाए जबकि हरमनप्रीत ने चार और आठ रन बनाए। 38 वर्षीय मिताली के लिए यह अपने करिअर को लेकर सोचने का सही समय है जबकि 32 वर्षीय हरमनप्रीत के पास अभी उम्र है लेकिन उन्हें अपने प्रदर्शन में जल्द सुधार लाना होगा। हरमनप्रीत, स्मृति मंधाना, शेफाली, दीप्ति और जेमिमाह रोड्रिग्स इंग्लैंड में मौजूदा सीरीज समाप्त होने के बाद द हंड्रेड टूर्नामेंट के पहले संस्करण में खेलती नजर आएंगी। भारतीय महिला टीम सात साल बाद इंग्लैंड से टेस्ट ड्रा खेलने के बाद इस साल बाद में आॅस्ट्रेलिया में डे-नाइट टैस्ट मैच खेलती भी दिखाई देंगी। महिला टीम के लिए डे-नाइट टैस्ट एक नया अनुभव होगा।