अगले साल नौ से 14 मार्च तक भारत में होने वाली पहली राष्ट्रमंडल खो खो चैंपियनशिप में 24 से ज्यादा देश शिरकत करेंगे। हालांकि, इसके लिए भारत में जगह अभी तय नहीं हुई है। राष्ट्रमंडल खेल (सीएस) की भारत में चैंपियनशिप के लिए मंजूरी मिलने के बाद भारतीय खो खो महासंघ जगह तय करने के लिए कई राज्यों से बात कर रहा है। उसकी योजना इस खेल को एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और ओलंपिक में शामिल कराने की है।

राष्ट्रमंडल खो खो चैंपियनशिप में पुरुषों की 16 और इतनी ही महिलाओं की टीम हिस्सा लेंगी। यह टूर्नामेंट इस साल जनवरी में दिल्ली में हुए पहले खो खो विश्व कप की तरह होगा, जिसमें 23 देशों ने हिस्सा लिया था। अहमदाबाद को हाल में 2030 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए मेजबान शहर के तौर पर आधिकारिक रूप से पुष्टि किए जाने के बाद यह भारत में पहला राष्ट्रमंडल खो खो टूर्नामेंट होगा।

Kho Kho World Cup: भारतीय महिला टीम के नाम हुआ पहला वर्ल्ड कप, नेपाल को 78-40 से हराया

एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और ओलंपिक की दिशा में एक अहम कदम

खो खो महासंघ के महासचिव उपकार सिंह विर्क ने कहा, ‘‘हम जगह को फाइनल करने के लिए कई राज्यों से बात कर रहे हैं। 2030 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से पहले हमें उम्मीद है कि यह चैंपियनशिप खो खो को दोहा एशियाई खेलों (2030), राष्ट्रमंडल खेलों (2030) और ब्रिस्बेन ओलंपिक (2032) में शामिल करने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगी।’’

Kho Kho World Cup: महिलाओं के बाद भारतीय पुरुष भी बने वर्ल्ड चैंपियन, नेपाल को 54-36 से हराया

जनवरी में हुआ था खो खो वर्ल्ड कप

राष्ट्रमंडल खो खो चैंपियनशिप को भारत में पारंपरिक खेल खो खो के क्षेत्र में अगले बड़े इवेंट के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले इस साल जनवरी में नई दिल्ली में पहला खो खो वर्ल्ड कप हुआ था, जिसमें 6 महाद्वीपों के 23 देशों (20 पुरुषों की टीमें और 19 महिलाओं की टीमें) ने हिस्सा लिया था। अहमदाबाद को हाल ही में 100वें कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 के मेजबान शहर के तौर पर आधिकारिक पुष्टि किए जाने के बाद यह भारत में पहला कॉमनवेल्थ खो-खो इवेंट है।