वेस्टइंडीज दौरे के लिए बीसीसीआई ने टीम इंडिया का ऐलान किया है। हालांकि बीसीसीआई की चुनी गई टीम कई दिग्गजों को पसंद नहीं आई। टीम का ऐलान होते ही सुनील गावस्कर ने सेलेक्टर्स जमकर लताड़ा। दिग्ग्ज खिलाड़ी मुंबई के सरफराज खान को टेस्ट टीम में मौका न दिए जाने से नाराज हैं और साथ ही अनुभवी बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को ड्रॉप करने का फैसला भी उन्हें पसंद नहीं आया।
सरफराज को मौका न मिलने से नाराज सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर का मानना है कि सेलेक्शन घरेलू क्रिकेट प्रदर्शन की तर्ज पर नहीं बल्कि आईपीएल के प्रदर्शन पर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगर आईपीएल के प्रदर्शन को ही पैमाना माना जाएगा तो इन खिलाड़ियों से कह दें कि वह रणजी ट्रॉफी में न खेले. रणजी ट्रॉफी को बंद कर देना चाहिए. सरफराज ने घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बनाए हैं अब उसे टीम में आने के लिए और क्या करना होगा. भले ही उसे प्लेइंग इलेवन में शामिल न किया जाए लेकिन वह टीम में चुना जाने का हकदार था।”
चेतेश्वर पुजारा को बनाया जा रहा है बलि का बकरा
उन्होंने सेलेक्टर्स पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने चेतेश्वर पुजारा को बली का बकरा बनाया गया है। गावस्कर ने पुजारा को ड्रॉप करने के फैसले का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘पुजारा को बली का बकरा बनाया गया है. दूसरे बल्लेबाजों ने भी खराब खेल दिखाया है लेकिन पुजारा को ही कर्बानी देनी पड़ी अगर उन्होंने हर सीनियर खिलाड़ी को ब्रेक दिया होता और कुछ और युवा खिलाड़ियों को खिलाया होता, तो इससे भारतीय क्रिकेट का काफी भला होता। लेकिन दुख की बात है कि ऐसा नहीं हुआ।
सुनील गावस्कर ने सेलेक्टर्स को सुनाई खरी-खोटी
गावस्कर ने कड़े शब्दों में सेलेक्टर्स से कहा “उन्हें क्यों निकाला गया है, क्यों उन्हें बाकी बल्लेबाजों की नाकामी के लिए बलि का बकरा बनाया जा रहा है। वह एक बेहद ही ईमानदार और शांति प्रिय खिलाड़ी हैं। वह कामयाब भी हैं। फर्क बस यह है कि बाकी क्रिकेटर्स की तरह उनके पास लाखों करोड़ों का समर्थन नहीं हैं जो कि उनके ड्रॉप होने पर उनके लिए आवाज उठाएं और शोर मचाएं। इसलिए आपने उन्हें बाहर निकाला है। यह मेरी समझ से बिलकुल बाहर है। उन्हें किस वजह पर बाहर किया गया है और किस वजह से बाकी खिलाड़ियों को रखा गया है, जिन्होंने प्रदर्शन नहीं किया। मुझे नहीं पता क्योंकि आजकल सेलेक्टर्स मीडिया से कोई बात नहीं करता है।”