पहले मैच में नाटकीय तरीके से हारने के बाद भारतीय टीम अपनी गलतियों से सबक लेकर आज से शुरू हो रहे दूसरे क्रिकेट टैस्ट में उतरेगी जबकि श्रीलंका अपने महान बल्लेबाज कुमार संगाकारा को जीत के साथ विदाई देने की कोशिश करेगा। भारत गाले में पहले टैस्ट में दबदबा बनाने के बावजूद 63 रन से हार गया। आक्रामकता और जीत के तेवरों के बावजूद भारतीय खिलाड़ी जरूरत के समय बल्ले और गेंद से विफल रहे।

मध्यक्रम के बल्लेबाज दिनेश चांदीमल के आक्रामक शतक के बाद भारतीय टीम के पास कोई वैकल्पिक रणनीति नहीं थी। भारतीय बल्लेबाज स्पिनरों का सामना करने में नाकाम रहे हैं। इंग्लैंड में मोईन अली और आस्ट्रेलिया में नाथन लियोन उनके जी का जंजाल बने। इन दोनों दौरों पर नौ टैस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने दो स्पिनरों को 42 विकेट गंवाए । गाले टैस्ट में 15 विकेट स्पिनरों ने लिए।

इससे भारत के बाद 10 मैचों में (बांग्लादेश के खिलाफ ड्रा टैस्ट को छोड़कर) 57 विकेट स्पिनरों ने लिए। पी सारा की विकेट में उछाल अधिक है लेकिन यह भी स्पिनरों की मददगार होगी। ऐसे में भारतीय टीम प्रबंधन श्रीलंकाई आक्रमण को लेकर चिंतित होगा।


भारतीय टीम का पूरा फोकस चयन पर होगा। गुरुवार को सलामी बल्लेबाज मुरली विजय ने नेट पर आराम से बल्लेबाजी की। उन्होंने फुटबाल भी खेला जो अभ्यास से पहले टीम आम तौर पर खेलती है और इसके मायने हैं कि वे चयन के लिए उपलब्ध हैं। वे घायल शिखर धवन की जगह लेंगे जो चोट के कारण सीरीज के बाकी मैचों से बाहर हो चुके हैं।

गाले में दोनों पारियों में नाकाम रहने के बावजूद रोहित शर्मा का खेलना तय है और वे फिर नंबर तीन पर उतरेंगे। चेतेश्वर पुजारा भी नेट पर व्यस्त रहे। फोकस अब अंतिम एकादश के संयोजन पर होगा। कप्तान विराट कोहली और टीम निदेशक रवि शास्त्री पांच गेंदबाजों को लेकर उतरने की बात दोहरा चुके हें लेकिन गाले में पांचवें गेंदबाज को शीर्ष चार गेंदबाजों को रोटेट करने के लिए इस्तेमाल किया गया।

हरभजन सिंह जैसे अनुभवी गेंदबाज को वह भूमिका रास नहीं आई और न ही वे इसके साथ न्याय कर सके। इससे भारत की बल्लेबाजी भी कमजोर हुई।

मैच के 24 घंटे के भीतर स्टुअर्ट बिन्नी को बुलाने के मायने हैं कि उन्हें दूसरे टैस्ट में उतारा जा सकता है। भारत को फिर एक अदद हरफनमौला की जरूरत है और अब देखना यह है कि क्या बिन्नी अपेक्षाओं पर खरे उतर सकेंगे। अब तक कोहली ने चार टैस्ट मैचों में अगुआई की लेकिन जीत का स्वाद नहीं चख सके हैं।

एडीलेड में वे दो बार हारे और गाले में जीत के करीब पहुंच कर हार गए। अब सीरीज दाव पर है और कोई कोताही नहीं बरती जा सकती। पिछली बार 2010 में भारत ने यहां श्रीलंका को पांच विकेट से हराया था जिसमें वीरेंद्र सहवाग और वीवीएस लक्ष्मण ने शतक जड़े थे। ईशांत शर्मा, मुरली विजय और अमित मिश्रा भी उस जीत का हिस्सा थे। मिश्रा ने गाले में छह ओवरों में 20 रन देकर दो और 61 रन देकर तीन विकेट लिए थे।