India vs Pakistan: सचिन तेंदुलकर 24 फरवरी 2010 को वनडे में पहला दोहरा शतक लगाने वाले पुरुष क्रिकेटर बने थे। 10 साल पुरानी इस पारी को क्रिकेट जगत के कई विशेषज्ञों ने याद किया। इनमें से एक हैं पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक। इंजमाम ने यू-ट्यूब चैनल पर अपना एक एपिसोड ही सचिन को समर्पित कर दिया। इस दौरान उन्होंने सचिन की गेंदबाजी की भी तारीफ की। इंजमाम ने कहा, मैं दुनिया में कई लेग स्पिनर के खिलाफ खेला। मेरे लिए गुगली को समझना बहुत आसान था। लेकिन एक सचिन ही थे जिनकी गुगली मैं नहीं समझ पाता था। उन्होंने मुझे कई बार आउट किया है।
सचिन ने अपने करियर के दौरान 664 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले। इसमें उन्होंने 34,357 रन बनाए। इस दौरान उन्होंने 200 टेस्ट, 463 वनडे और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया। इंजमाम ने अपने एपिसोड में सचिन के शुरुआती करियर को याद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘सचिन क्रिकेट के लिए ही बने थे। मुझे हमेशा लगता था कि क्रिकेट और सचिन दोनों एक-दूसरे के लिए हैं। 16 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना और बेहतरीन प्रदर्शन करना शानदार था। सचिन जब पहली बार पाकिस्तान दौरे पर आए थे, तब उन्होंने पेशावर में मुश्ताक अहमद को छक्का मारा था। मैच में अब्दुल कादिर भी खेल रहे थे। उन्होंने सचिन से मजाक किया था कि बच्चे को मारा, अब मुझे मारकर दिखाओ। सचिन ने अगले ही ओवर में कादिर को चार छक्के मार दिए। यह इंटरनेशनल क्रिकेट में उनकी शुरुआत थी।’’
इंजमाम ने 2007 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था। उन्होंने पहला मैच 1991 में खेला था। इंजमाम ने कहा, ‘‘पहली सीरीज में ही सचिन के खिलाफ वसीम अकरम, वकास यूनुस और इमरान खान थे। इसके बावजूद जिस तरह से वे खेले, उससे सब हैरान थे। उस समय किसी ने नहीं सोचा था कि कोई 10 हजार रन बनाएगा। सिर्फ सुनील गावस्कर के नाम 10 हजार रन थे। ऐसा लगता था कि वह रिकॉर्ड टूटेगा ही नहीं। सचिन ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। अब मैं इंतजार में हूं कि सचिन का रिकॉर्ड कौन तोड़ता है।’’
इंजमाम ने कहा, ‘‘सचिन मानसिक रूप से काफी मजबूत थे। उन पर हर इनिंग में रन बनाने का प्रेशर होता था। इसके बावजूद 20 साल इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना यह बताता है कि वे मानसिक रूप से कितने मजबूत थे। वे गेंदबाज नहीं थे। फिर भी दाएं हाथ से स्पिन के साथ-साथ मीडियम पेस गेंदबाजी भी कर लेते थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे सचिन से थोड़ी नाराजगी है। जो उनके पास क्षमता है वे उसे लोगों के साथ शेयर नहीं कर रहे। वे युवाओं को अपने अनुभव शेयर नहीं कर रहे। यह मुझे पसंद नहीं है। उन्हें युवाओं को सिखाना चाहिए था।’’