न्यूजीलैंड के युवा बल्लेबाज रचिन रविंद्र ने शुक्रवार को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शतक जमाया। रचिन के लिए उनके घरेलू मैदान की माना जाने वाली चिन्नास्वामी स्टेडियम एक बार फिर लकी साबित हुआ। कीवी बल्लेबाज रचिन ने शतकीय पारी खेलकर इतिहास रचा और दिग्गजों के क्लब में शामिल हो गए।
बेंगलुरु क्यों है रचिन रविंद्र के लिए घरेलू शहर
रचिन रविंद्र के माता-पिता भारत के ही रहने वाले हैं। वह न्यूजीलैंड शिफ्ट होने से पहले बेंगलुरु में ही रहते थे। रचिन के दादा-दादी आज भी बेंगलुरु में ही रहते हैं और यह खिलाड़ी भारत के दौरे पर उनसे मिलने पहुंचता है। इसी कारण बेंगलुरु रचिन के लिए घरेलू मैदान की तरह ही है। शुक्रवार को उन्होंने इस मैदान पर दूसरी बार शतक जमाया।
रिकी पोंटिंग-माइकल क्लाक के क्लब में शामिल
रचिन रविंद्र केवल पांचवें ऐसे विदेशी खिलाड़ी है जिन्होंने बेंगलुरु के मैदान पर दो शतक जमाया हैं। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया के माइकल क्लार्क, एडम गिलक्रिस्ट , रिकी पोंटिंग और न्यूजीलैंड के रॉस टेलर ही यह कारनामा कर पाए हैं। 24 साल का यह युवा स्टार भी अब इस क्लब में शामिल हो गया है। साल 2012 में रॉस टेलर ने बेंगलुरु में 113 रन की पारी खेली थी। इसके बाद यह पहला मौका है जब न्यूजीलैंड के किसी बल्लेबाज ने भारत में शतक जमाया है। टेलर ने भी बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में ही शतक जमाया था।