भारतीय महिला टीम ने टी20 वर्ल्ड कप के निराशाजनक प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में अच्छी शुरुआत की है। टीम ने वर्ल्ड चैंपियन खिलाड़ी के खिलाफ पहले वनडे में जीत हासिल की। दूसरे वनडे के लिए 20 साल की प्रिया मिश्रा को डेब्यू का मौका दिया। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गेंदबाज प्रिया को डेब्यू कैप दी और साथियों ने युवा खिलाड़ी को बधाई दी। महज पांच साल पहले क्रिकेट सीखना शुरू करने वाली प्रिया की उपलब्धि उन लोगों के लिए जवाब है जिन्होंने उनपर सवाल उठाए।
प्रिया मिश्रा के पिता हैं इलेक्ट्रिशियन
प्रिया मिश्रा के पिता दिल्ली मेट्रो में इलेक्ट्रिशियन क काम करते हैं। बचपन में वह गांव के लड़कों के साथ क्रिकेट खेला करती थी। तब उन्हें लगता था कि क्रिकेट केवल पुरुषों का खेल हैं। गांव वाले प्रिया और उनके परिवार को ताने मारते थे। वह कहते थे कि लड़की है तो क्रिकेट क्यों खेल रही है। हालांकि प्रिया के परिवार को बेटी के क्रिकेट खेलने पर कोई दिक्कत नहीं थी। प्रिया के पिता बेटी को दिल्ली ले जाए जहां उनके क्रिकेट सफर की सही शुरुआत हुई।
एक साल के अंदर ही प्रिया को मिली सफलता
प्रिया मिश्रा स्कूल में भी क्रिकेट खेलती थी। उनके स्कूल सलवान गर्ल्स स्कूल की शिक्षक प्रिया चंद्रा शिक्षक ने उन्हें क्रिकेट अकेडमी में डाला। वह प्रिया की प्रतिभा पर यकीन करती थी। प्रिया ने भी क्रिकेट खेलने की ठान ली। वह उन तमाम लोगों को जवाब देना चाहती थी जिनके मुताबिक प्रिया सिर्फ इसलिए क्रिकेट नहीं खेल सकती थी क्योंकि वह लड़की हैं। प्रिया ने एक साल के अंदर ही सफलता का स्वाद चखा। प्रिया पहले दिल्ली की अंडर-15 और फिर अंडर-19 टीम का हिस्सा बनीं।
इंडिया ए और डब्ल्यूपीएल में किया कमाल
प्रिया को अगस्त में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ हुई सीरीज के लिए इंडिया ए में चुना गया था। इकलौते टेस्ट मैच की पहली पारी में प्रिया ने चार विकेट लिए थी। इसके बाद प्रिया ने वनडे सीरीज में भी कमाल का प्रदर्शन किया। उन्होंने आखिरी मैच में 14 रन देकर पांच विकट लिए। इस प्रदर्शन के कारण टीम इंडिया को दौरे की पहली जीत हासिल हुई थी। प्रिया वीमेंस प्रीमियर लीग में भी खेलते हुए दिखाई दी थीं। वह डब्ल्यूपीएल में गुजरात जायंट्स का प्रतिनिधित्व करती हैं।