भारतीय क्रिकेट टीम लीड्स टेस्ट के पहले दिन 40.4 ओवर में 78 रन पर ढेर हो गई। रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे को छोड़कर उसके 9 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। तीन बल्लेबाज खाता नहीं खोल पाए। पिछले 34 साल में टेस्ट क्रिकेट के पहले दिन भारत का यह न्यूनतम स्कोर है।
भारतीय टीम पिछली बार टेस्ट के पहले दिन 100 रन से कम के स्कोर पर 1987 में आउट हुई थी, जब नई दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर वेस्टइंडीज ने दिलीप वेंगसरकर की अगुआई वाली भारतीय टीम को सिर्फ 75 रन पर ढेर कर दिया था। यही नहीं, पिछले 50 साल में ऐसा छठा मौका है, जब टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए 100 रन के भीतर कोई टीम ऑलआउट हुई है। भारतीय टीम के साथ ऐसा तीसरी बार हुआ है।
टेस्ट मैच के पहले दिन भारत का न्यूनतम स्कोर 75 रन है। दिल्ली में 25 नवंबर 1987 को वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टीम 75 रन पर ढेर हो गई थी। इसके अलावा वह 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 76 रन पर टेस्ट मैच के पहले दिन ऑलआउट हो गई थी। भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में पहले बल्लेबाजी करते हुए चौथी बार 100 रन के भीतर ऑलआउट हुई है। वह 1999/2000 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मोहाली में 83 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
78 रन भारतीय क्रिकेट टीम का टेस्ट क्रिकेट में नौवां न्यूनतम स्कोर है। उसका इंग्लैंड में यह तीसरा सबसे कम स्कोर है। यही नहीं, भारतीय टीम पिछले 9 महीने में दूसरी बार 100 रन के भीतर ऑलआउट हुई है। इससे पहले टीम इंडिया 17 दिसंबर 2020 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड (Adelaide) टेस्ट में सिर्फ 36 रन पर ऑलआउट हो गई थी।
लीड्स टेस्ट में भारतीय टीम के आखिरी 5 विकेट महज 25 गेंद में गिरे। टेस्ट क्रिकेट में 2000 के बाद ऐसा चौथी बार हुआ है, जब भारतीय टीम के आखिरी 5 विकेट 30 गेंद के भीतर गिरे हों। इस मामले में उसका सबसे खराब रिकॉर्ड 2011 में रहा था, जब इंग्लैंड के खिलाफ ट्रेंट ब्रिज में उसने अपने आखिरी 5 विकेट महज 23 गेंद में गंवा दिए थे।
साल 2013/2014 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में भी टीम इंडिया के आखिरी 5 विकेट 25 रन पर गिर गए थे। साल 2002 में पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ उसके आखिरी 5 विकेट 29 गेंद के भीतर गिर गए थे।