इंग्लैंड के खिलाफ बुधवार (2 जुलाई) से बर्मिंघम में खेला जाना वाला दूसरा टेस्ट मैच भारत के ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा। भारतीय टीम की दूसरे टेस्ट में 2 स्पिनर खिलाने को तैयार है। कुलदीप यादव को खिलाने की मांग के बीच वाशिंगटन सुंदर को मौका मिलना तय है।
जडेजा पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा, क्योंकि अगर भारत बल्लेबाजी अच्छी रहती है और सुंदर ठीक प्रदर्शन करते हैं तो लॉर्ड्स टेस्ट में शुभमन गिल की अगुआई वाली टीम बड़ा फैसला ले सकती है। जडेजा की जगह कुलदीप की टीम में एंट्री हो सकती है। बीते कुछ समय में जडेजा का गेंद से प्रदर्शन सधारण रहा है। बल्ले से भी वह कुछ खास नहीं कर पाए हैं।
रविंद्र जडेजा की गेंदबाजी में नहीं दिख रही धार
रविंद्र जडेजा का पिछले 4 टेस्ट में 78 का औसत रहा है और उन्होंने सिर्फ 5 विकेट लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया में ब्रिस्बेन में जडेजा ने पहली पारी में 23 ओवर गेंदबाजी की और कोई विकेट नहीं लिया। मेलबर्न ने पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 1 विकेट लिए। सिडनी में पहली पारी में 3 ओवर किए। इंग्लैंड दौरे पर लीड्स टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में कोई विकेट नहीं लिया। दूसरी पारी में 1 विकेट लिया, लेकिन 104 रन लुटाए। बेन डकेट ने उनके खिलाफ रिवर्स स्वीप का बेहतरीन इस्तेमाल किया। वह पिच से रफ का फायदा नहीं उठा पाए।
जडेजा का बल्ले से भी दमदार प्रदर्शन नहीं
रविंद्र जडेजा ने पिछली 15 पारियों में 2 अर्धशतक जड़े हैं। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ चेन्नई में 86 रन की पारी खेली थी। इसके बाद उन्होंने ब्रिस्बेन में अर्धशतक जड़ा। पिछली 6 पारियों में उन्होंने उनका सर्वोच्च स्कोर 26 है। लीड्स में जडेजा ने पहली पारी में 11 और दूसरी में नाबाद 25 रन बनाए। जडेजा को बर्मिंघम में अपनी उपयोगिता साबित करनी होगी। वैसा यहां उनका यहां उन्होंने 1 मैच खेला है। 2022 में उन्होंने पहली पारी में 2 ओवर किए थे। दूसरी पारी में उन्होंने 1 भी विकेट नहीं लिया था। बल्ले से बात करें तो उन्होंने पहली पारी में शतक और दूसरी पारी में 23 रन बनाए थे।