इंग्लैंड के भारत दौरे पर आने से पहले ही जिस बैजबॉल की चर्चा जोरशोर से हो रही थी उसको लेकर इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा है कि यह बैजबॉल हम लेकर नहीं आए हैं बल्कि मीडिया के द्वारा लाया गया मुहावरा है। स्टोक्स ने कहा कि हम हर मैच में वहीं करने की कोशिश करते हैं जो टीम को जीत दिलाने के लिहाज से सही होता है। ऐसे में मीडिया ने हमारे उस तरीके को बैजबॉल कहना शुरू कर दिया है।
धोनी और फ्लेमिंग की समझ अद्भुत- स्टोक्स
बेन स्टोक्स ने जियो सिनेमा के साथ बातचीत में बताया कि उन्होंने हैदराबाद टेस्ट में बैजबॉल पर ध्यान नहीं दिया था बल्कि मैच शुरू होने से पहले उस रणनीति पर विचार किया था जिससे हम जीत सकें। उन्होंने बताया कि मैं और मैकुलम अक्सर एमएस धोनी और स्टीफन फ्लेमिंग की रणनीति पर काम करते हैं, क्योंकि उन दोनों के बीच की जो समझ है वह अद्भुत है। वह दोनों जो भी निर्णय लेते हैं वह टीम के हित में होता है और निर्णय को लेने में वह जरा भी संकोच नहीं करते।
हम उसी रणनीति को करते हैं फॉलो- स्टोक्स
बेन स्टोक्स ने कहा कि धोनी और फ्लेमिंग हमेशा इस बात को देखते हैं कि टीम के लिए क्या सबसे अच्छा हो सकता है, मैं और ब्रैंडन भी बस इसी को फॉलो करने की कोशिश करते हैं। बेन स्टोक्स ने बताया कि हैदराबाद टेस्ट में चार स्पिनर खिलाना उसी रणनीति का हिस्सा था। भले ही हमारे फैसले पर सवाल खड़े हुए हों, लेकिन हमें पता था कि कंडीशन के हिसाब से क्या सही है और क्या गलत।
चार स्पिनर्स के साथ क्यों उतरे स्टोक्स?
बेन स्टोक्स ने हैदराबाद टेस्ट में चार स्पिनर और एक तेज गेंदबाज खिलाने वाले फैसले पर कहा कि हमें लगता है कि हमने जिन स्पिनरों को भी इस दौरे पर मौका दिया है, वे भारत को हराने में अपना सर्वोच्च देंगे और बात सिर्फ स्पिनर्स की नहीं है हमारी टीम का हर खिलाड़ी यही प्रयास करेगा कि हम परिणाम कि चिंता किए बिना अच्छा क्रिकेट खेलें। स्टोक्स ने गेंदबाजी में अनुभवहीनता की बात पर कहा कि वह ऐसी बातों को तवज्जो देना जरूरी नहीं समझते।
बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच अब दूसरा टेस्ट 2 फरवरी से विशाखापत्तनम में शुरू होगा। हैदराबाद टेस्ट हारने के बाद टीम इंडिया सीरीज में 0-1 से पिछड़ गई है। भारत की निगाहें वापसी पर टिकी होंगी।