नत्थी वीजा (stapled visa) जारी करने विरोध में भारत ने वर्ल्ड यूनिर्विसटी गेम्स में हिस्सा लेने के लिए अपनी वुशू टीम को चीन भेजने से मना कर दिया। भारत की 8 सदस्यीय वुशू टीम में अरुणाचल प्रदेश के 3 खिलाड़ी भी थे। चीन के विदेश मंत्रालय ने उन्हें नत्थी वीजा जारी किया था, जबकि अन्य पांच खिलाड़ियों का सामान्य वीजा जारी किया था। भारत सरकार ने चीन की इस नापाक हरकत पर प्रतिक्रिया में यह कदम उठाया है। आइए जानते हैं कि आखिर नत्थी वीजा क्या होता है और कौन-कौन से देश इसे क्यों जारी करते हैं, इसके बारे में जानते हैं।
नत्थी वीजा साधारण वीजा से अलग होता है। इसे नत्थी वीजा इसलिए कहा जाता है, क्योंकि पासपोर्ट में यात्रा विवरण वाले कागज को चिपकाने की जगह उसे नत्थी या स्टेपल किया जाता है। स्टेपल का हिंदी अर्थ नत्थी करना होता है। साधारण वीजा में ऐसा नहीं होता है। साधारण वीजा में यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी वाले कागज को चिपकाया जाता है।
यात्रा खत्म होने के बाद फाड़ दिया जाता है नत्थी वीजा
जिन लोगों को नत्थी वीजा जारी किया जाता है, यात्रा खत्म होने के बाद उन्हें मिलने वाले नत्थी वीजा, एंट्री और एग्जिट टिकट (पास) सब फाड़ दिया जाता है। मतलब उस व्यक्ति के पासपोर्ट पर उसकी यात्रा की कोई भी जानकारी मौजूद नहीं होती है। सुरक्षा को लेकर भारत सरकार के लिए यह बड़ी चुनौती पैदा करता है। वहीं, साधारण वीजा में पासपोर्ट पर यात्रा का पूरा लेखा-जोखा बना रहता है।
क्यूबा, ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया जारी करते थे नत्थी वीजा
क्यूबा, ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया नत्थी वीजा जारी करते हैं। क्यूबा, ईरान, सीरिया और उत्तर कोरिया की सरकारें चीन और वियतनाम के लोगों को नत्थी वीजा जारी करते थे। हालांकि, समझौते के बाद इन देशों के लोगों को अब इससे छूट मिल गई है, जबकि भारत के दो राज्यों जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश के लोगों को नत्थी वीजा जारी करता है।
अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा मानता है चीन
चीन अरुणाचल प्रदेश को तिब्बत का हिस्सा मानता है। तिब्बत पर चीन का अधिकार है। ऐसे में चीन भारत के अरुणाचल प्रदेश को अपने देश का हिस्सा मानता है। नत्थी वीजा जारी करने का साफ मतलब है कि चीन उन क्षेत्रों को भारत का हिस्सा नहीं मान रहा, जिसके लिए ऐसा वीजा जारी कर रहा है। चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत कहकर अपना हिस्सा होने का दावा करता है। उसका कहना है कि अरुणाचल का क्षेत्र अभी भारत के कब्जे में है, इसलिए वहां के निवासियों को नत्थी वीजा जारी किया जाता है।