India vs China Asian Champions Trophy Hockey Final 2024 Highlights: गत चैंपियन भारत ने मंगलवार 17 सितंबर 2024 को पुरुष हॉकी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीत लिया। उसने फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से हराया। भारत ने पांचवीं बार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता है। भारत ने इससे पहले 2011, 2016, 2018 (पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता) और 2021 में खिताब जीता था।
पेरिस ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के लिए यह आसान नहीं था क्योंकि वह पहले तीन क्वार्टर में चीनी रक्षापंक्ति को भेदने में विफल रही थी। आखिरकार, डिफेंडर जुगराज सिंह ने 51वें मिनट में एक फील्ड गोल करके गतिरोध को तोड़ा और अपनी टीम को खिताब दिलाया। जुगराज सिंह मैच के एकमात्र गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने मैच के चौथे क्वार्टर में गोल किया। पहला, दूसरा और तीसरा क्वार्टर गोल रहित रहा।
भारत बनाम चीन फाइनल में चीनी टीम अंडरडॉग थी। वह टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में भारत से 0-3 से हारी थी। हालांकि, फाइनल में चीन ने भारत को एक सीमा तक पीछे धकेल दिया था।
इससे पहले पाकिस्तान ने साउथ कोरिया को 5-2 से हराकर टूर्नामेंट में तीसरा स्थान हासिल किया। पाकिस्तान की ओर से सूफियान खान और शाहिद हन्नान ने दो-दो गोल किये, जबकि रूमन ने एक गोल किया। साउथ कोरिया की ओर से ली जंगजुन और यांग जिहुन ने 1-1 गोल किये। दूसरे सेमीफाइनल में भारत के खिलाफ 1-4 से मैच गंवाना वाला साउथ कोरिया चौथे स्थान पर रहा।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने सोमवार 16 सितंबर 2024 को चीन के मोकी हॉकी ट्रेनिंग स्टेडियम पर एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया पर 4-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। भारत और चीन के बीच अब तक 23 हॉकी मैच खेले गए हैं। इसमें से भारत ने 17 में जीत हासिल की है, जबकि चीन सिर्फ 3 मैच ही जीत का सेहरा बांध पाया है। तीन मैच ड्रॉ पर छूटे हैं।
भारत के पांचवीं बार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर कमेंट्री बॉक्स में खुशी का माहौल।
भारत के चैंपियन बनने पर हॉकी इंडिया ने बधाई दी। उसने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, भारतीय पुरुष हॉकी टीम को रिकॉर्ड 5वां एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने पर बधाई! चीन पर कड़ी टक्कर वाली 1-0 की जीत के साथ, भारत ने न केवल 2023 से अपना ताज बरकरार रखा है, बल्कि टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे सफल टीम के रूप में अपनी स्थिति को भी मजबूत किया है। यह लगातार जीत 2016-2018 के उनके स्वर्णिम दौर की याद दिलाती है, जो एशियाई हॉकी में भारत के लगातार प्रभुत्व को दर्शाती है।
गोल: भारत-1, चीन-0
पजेशन: भारत- 34%, चीन- 66%
फील्ड गोल: भारत- 1, चीन-0
सर्किल एंट्रीज: भारत-6, चीन-3
पेनल्टी कॉर्नर: भारत-4, चीन-5
भारत ने 2024 एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। उन्होंने फाइनल में मेजबान चीन को 1-0 से हराकर रिकॉर्ड पांचवां खिताब जीता। भारत ने इससे पहले 2011, 2016, 2018 (पाकिस्तान के साथ संयुक्त विजेता) और 2021 में ACT (एशियन चैंपियंस ट्रॉफी) खिताब जीता था। अब, उन्होंने पांचवां खिताब अपने नाम कर लिया है। जुगराज सिंह मैच के एकमात्र गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। उनका फील्ड गोल फाइनल के आखिरी क्वार्टर में आया। भारतीयों का यह प्रदर्शन शानदार रहा। इस बीच, अपना पहला ACT फाइनल खेल रहे चीन ने भी घरेलू दर्शकों के सामने शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय हॉकी टीम ने इस साल लगातार दूसरा ओलंपिक कांस्य पदक जीतने के बाद लगातार दूसरी बार एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता।
54वें मिनट में अंतिम क्वार्टर में जुगराज के आश्चर्यजनक गोल से चीनी टीम थोड़ी परेशान दिख रही है। समय बीत रहा है और मेजबान टीम अब बराबरी के लिए बेताब है। हालांकि, भारतीय टीम शानदार बचाव करते हुए बढ़त बनाए हुए है। 56वें मिनट में बराबरी के लिए बेताब, चीनी टीम ने गोलकीपर को हटाकर एक अतिरिक्त फील्ड खिलाड़ी को मैदान में उतारा। भारत के लिए अब एक और गोल करने का एक अच्छा मौका है!!
51वें मिनट में कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चीनी रक्षा पंक्ति को भेदते हुए शानदार स्टिक वर्क किया। गेंद जुगराज सिंह को पास की। जुगराज सिंह ने गेंद को नीचे दाईं ओर नेट में डाला। गत विजेता भारतीय हॉकी टीम अब फाइनल में 1-0 से आगे है।
51वें मिनट में भारत और मैच में गोल का खाता खुला। भारत के जुगराज सिंह ने गोल कर अपनी टीम को चीन से आगे कर दिया।
47वें मिनट में अभिषेक को मिड-फील्ड से एक शानदार पास मिला। उन्होंने इसे चीनी सर्कल के अंदर ले लिया। नेट पर शॉट लगाने की कोशिश करते समय उन्हें डिफेंडर ने रोक दिया। भारत ने पीसी (पेनल्टी कॉर्नर) की मांग की, लेकिन अंपायर ने अनुरोध अस्वीकार कर दिया!
चौथे क्वार्टर का खेल जारी है। चीनी प्रशंसकों का अपने खिलाड़ियों को गत चैंपियन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने के लिए समर्थन देखकर माहौल बहुत उत्साहपूर्ण है। मेजबान टीम ने अंतिम क्वार्टर शुरू कर दिया है। देखना दिलचस्प होगा कि गतिरोध को कौन तोड़ेगा?
तीसरे क्वार्टर के अंतिम मिनट में भारतीयों ने कुछ तेज चालें चलीं, लेकिन वे दोनों मौकों पर गोल करने से चूक गए। इससे पहले 43वें मिनट में दाएं फ्लैंक से अरिजीत हुंडल ने शानदार रन बनाया, लेकिन उनके पास गेंद को आगे बढ़ाने के लिए कोई नहीं था। उन्होंने नेट पर शॉट मारा, लेकिन चूक गए।
38वें मिनट में चीनी खिलाड़ी ने बाएं कोने से सर्कल में घुसने की कोशिश की, लेकिन जरमनप्रीत सिंह ने आक्रमण को रोक लिया और गेंद को अपने कब्जे में ले लिया। 39वें मिनट में चीन को पीसी मिला। चीनी खिलाड़ी ने इंजेक्शन के बाद ड्रैग-फ्लिक किया, लेकिन अमित रोहिदास ने उसे रोक दिया। हालांकि, तीसरे अंपायर ने फैसला सुनाया कि अमित का पैर इसमें शामिल था और चीन को एक और पीसी मिला। सतर्क भारतीय गोलकीपर कृष्ण पाठक ने चीन के दूसरे पेनल्टी कॉर्नर का सफलतापूर्वक बचाव किया। 42वें मिनट में चीनी डिफेंडर्स अच्छे रहे, क्योंकि उन्होंने दाईं ओर से भारत के एक और आक्रमण को रोक दिया। भारत के अली आमिर को अब ग्रीन कार्ड मिल गया है।
37वें मिनट में चीनी खिलाड़ियों की ओर से खराब इंजेक्शन रहा और उससे भी खराब ड्रैग-फ्लिक के कारण मेजबान टीम पेनल्टी कॉर्नर के जरिये गोल करने का मौका चूक गई।
32वें मिनट में चीनी खिलाड़ियों ने कुछ तेज चाल चली, जिससे गेंद भारतीय सर्कल के अंदर पहुंच गई, लेकिन डिफेंडर्स ने बिना किसी परेशानी के गेंद को टैकल करके क्लियर कर दिया। 33वें मिनट में जुगराज सिंह सर्कल के अंदर चीनी खिलाड़ी की बैक-हिट से पिंडली पर चोट लगने के बाद जमीन पर गिर गए। गहरी लंबी सांस लेने के बाद वह उठ खड़े हुए। खेल फिर से शुरू होने पर वह ठीक लग रहे थे। 35वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने सर्कल के किनारे से चीनी नेट पर गेंद को मारा। गुरजोत सिंह ने गेंद को नेट में डालने की कोशिश की, लेकिन चूक गए।
तीसरे क्वार्टर का खेल शुरू हो चुका है। पहले हाफ में दोनों टीमें कोई भी गोल नहीं कर पाईं थीं। हालांकि, रिकॉर्ड बताते हैं कि मैच का तीसरा क्वार्टर काफी अहम होता है। ऐसे में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या तीसरे क्वार्टर में भारतीय टीम कोई गोल करने में सफल होती है या नहीं?
दूसरे क्वार्टर यानी पहले हाफ का खेल खत्म हो चुका है। अब तक के खेल की बात करें तो चीन को किस्मत का साथ मिला है। दूसरे क्वार्टर के 12वें मिनट में भारत गोल करने से चूक गया। मैच के 27वें मिनट में सुखजीत को नीलकांता से गेंद मिली और वह सर्कल के अंदर चीनी डिफेंडर के पैर पर गेंद मारने में सफल रहे। इससे भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला। हालांकि, कप्तान हरमनप्रीत शुरुआत में ड्रैग-फ्लिक करने से चूक गए, लेकिन उन्होंने फिर गेंद को अपने कब्जे में लिया और चीनी नेट पर फेंका। गेंद पोस्ट से टकराई और दूर चली गई।
दूसरे क्वार्टर का खेल जारी है। 17 मिनट में मोहम्मद रहीम को ग्रीन कार्ड मिला। इससे पहले 16वें मिनट में भारत की ओर से तेज मूव बनाया गया। हालांकि, चीनी डिफेंडर्स ने भारत के मूव को आराम से रोक दिया। 19वें मिनट में चीनी फॉरवर्ड तीन डिफेंडर्स को चकमा देकर भारतीय सर्कल में घुसने में कामयाब रहा। हालांकि, उसे आखिरकार रोक दिया गया। चीनी खिलाड़ी ने फाउल की मांग की, लेकिन अंपायर ने भारत के पक्ष में फैसला सुनाया।
पहले क्वार्टर का खेल हो चुका है। स्कोरलाइन 0-0 है। भारत बनाम चीन के फाइनल मुकाबला का पहला क्वार्टर बहुत ही रोमांचक रहा। भारत ने जहां दो मौके गंवाए। वहीं चीन भी एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में नाकाम रहा।
10 मिनट में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह लगातार दो पीसी को भुनाने में विफल रहे। पहला पेनल्टी कॉर्नर (PC) चीनी रक्षापंक्ति की ओर से रोक दिया गया। जिसके परिणामस्वरूप गेंद पैर से टकराने के बाद भारत को दूसरा पीसी मिला। दूसरे प्रयास में हरमनप्रीत ने गेंद को गोल पोस्ट के बाईं ओर फेंका। चीनी गोलकीपर वांग कैयु को अक्सर चीन की महान दीवार कहा जाता है और यह टैग आज वह साबित भी कर रहे हैं।
पहले क्वार्टर में 10 मिनट का खेल हो चुका है, लेकिन स्कोर लाइन अभी 0-0 ही है। अब तक किसी भी टीम को पेनल्टी कॉर्नर नहीं मिला है।
पहले क्वार्टर में पांच मिनट का खेल हो चुका है। भारतीय टीम ने आक्रामक शुरुआत की, लेकिन अब तक वह गोल करने में सफल नहीं हो पाई है। चीन की टीम भी गोल करने में सफल नहीं हो पाई है।
...तो आज भारत को भीड़ की दुश्मनी का सामना करना पड़ रहा है। हुलुनबुइर एक ऐसे क्षेत्र में है जिसे व्यापक रूप से चीन में हॉकी का जन्मस्थान माना जाता है। स्टेडियम खचाखच भरा हुआ है। हर जगह चीनी झंडे लगे हुए हैं। हालांकि, घरेलू दर्शकों को श्रेय दिया जाना चाहिए कि उन्होंने भारत के राष्ट्रगान के प्रति बहुत सम्मान दिखाया।
पुरुष एशियाई चैंपियंस हॉकी टूर्नामेंट के भारत और चीन की टीमें आमने-सामने हैं। दोनों टीमों का राष्ट्रगान हो चुका है। पहले चीन का राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद भारत का जनगणमन गाया गया। इसके बाद दोनों टीमों ने अपने-अपने छोर पकड़ लिये।
हूटर बज चुका है और पाकिस्तान विजेता। पाकिस्तान ने तीसरे और चौथे स्थान के लिए हुए मुकाबले में साउथ कोरिया को 5-2 से हराया। पाकिस्तान की ओर से दो क्वार्टर तक एक भी गोल नहीं हो पाए थे, लेकिन फिर उसने तीसरे क्वार्टर में 3 और चौथे क्वार्टर में दो गोल दागे और मैच अपने नाम किया।
पहले दो क्वार्टर में बैकफुट पर रहने के बाद पाकिस्तानी हॉकी टीम अब पूरी तरह आक्रामक है। मैच खत्म होने में जब 6:40 मिनट बाकी था तब शाहिद हन्नान ने फील्ड गोल दाग दिया। इसके साथ ही पाकिस्तान ने 3 गोल की लीड बना ली। पाकिस्तान बनाम कोरिया मैच की ताजा स्कोर लाइन 5-2 है।
चौथा क्वार्टर शुरू होते ही पाकिस्तान ने एक और गोल दाग दिया। मैच खत्म होने में जब 11:31 मिनट बाकी थे, तभी पाकिस्तान को साउथ कोरिया के खिलाफ पेनल्टी कॉर्नर मिला। इस बार सूफियान खान ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की। इस तरह पाकिस्तान ने अब अपनी बढ़त दोगुनी कर ली।
तीसरा क्वार्टर खत्म होने से 46 सेकंड पहले पाकिस्तान ने मुकाबला फिर अपने पक्ष में किया। इस बार रूमन ने गोल किया और स्कोर को 3-2 से पाकिस्तान हॉकी टीम के पक्ष में किया।
तीसरे क्वार्टर के 8वें मिनट में पाकिस्तान को फिर पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन इस बार भी नतीजा वही रहा। हालांकि, कुछ ही सेकंड बाद यानी 8 मिनट एक सेकंड पर सूफियान खान ने फील्ड गोलकर टीम को बराबरी दिलाई। 19 सेकंड बाद हन्नान शाहिद ने गोल कर पाकिस्तान को 2-1 से बढ़त दिलाई, लेकिन यह ज्यादा देर तक कायम नहीं रही और 10वें मिनट की शुरुआत में ही कोरिया के यांग जिहुन ने फील्ड गोलकर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया।
तीसरे क्वार्टर का खेल शुरू हो चुका है। चीन के हुलुनबुइर स्थित मोकी ट्रेनिंग बेस पर खेले जा रहे इस मुकाबले में पाकिस्तानी टीम ने आक्रामक हॉकी तो खेली है, लेकिन वह गोल में करने में सफल नहीं हो पाई है। उसे दूसरे क्वार्टर में तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन एक को भी गोल में नहीं बदल पाई। तीसरे क्वार्टर में 5 मिनट के खेल के बाद पाकिस्तान बनाम साउथ कोरिया मैच की स्कोर लाइन 0-1 ही है।
दो क्वार्टर यानी पहले हाफ का खेल खत्म हो चुका है। पाकिस्तान बनाम साउथ कोरिया मैच की स्कोर लाइन 0-1 है। अब तक पाकिस्तान को 4 पेनल्टी कॉर्नर मिल चुके हैं, लेकिन एक को भी वह गोल में तब्दील नहीं कर पाया है। वहीं, कोरिया के लिए निराशाजनक बात यह है कि दूसरे क्वार्टर में सिम जेवोन को येलो कार्ड दिखाया गया। इसका मतलब है कि कोरियाई टीम अब 10 खिलाड़ियों के साथ ही बाकी का मैच खेलेगी।