निदास ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में रविवार के दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक के शानदार शॉट के दम पर बांग्लादेश की क्रिकेट टीम को हरा दिया। ट्रॉफी जीतने के बाद से ही भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई के संदेश मिल रहे हैं। फाइनल मुकाबले में कार्तिक के प्रदर्शन ने हर किसी का दिल जीत लिया। वहीं इस पूरी ट्रॉफी के दौरान टीम इंडिया ने 5 मैच खेले, जिनमें भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन ने सर्वाधिक रन बनाए। धवन ने सीरीज में 145.58 के स्ट्राइक रेट के साथ 198 रन बनाए।

शिखर धवन- भारत का पहला मैच श्रीलंका के साथ 6 मार्च को खेला गया था। इस मैच में धवन ने 49 गेंदों में 90 रन बनाए थे। वहीं 8 मार्च को टीम इंडिया का मैच बांग्लादेश के साथ था, इस मैच में शिखर ने 43 गेंदों में 55 रन बनाए थे। भारत ने तीसरा मैच 12 मार्च को श्रीलंका के साथ खेला था, इसमें धवन का बल्ला ज्यादा कमाल नहीं कर सका और वह 10 गेंदों में महज 8 रन बना सके। भारतीय टीम का चौथा मैच 14 मार्च को बांग्लादेश के साथ था, इसमें घवन ने 27 गेंदों में 35 रन बनाए। आखिरी मैच में भी भारत और बांग्लादेश आमने-सामने थे, रविवार को खेले गए फाइनल मैच में शिखर 7 गेंदों में महज 10 रन ही बना सके।

रोहित शर्मा- निदास ट्रॉफी में भारतीय टीम के लिए कप्तानी करने वाले रोहित शर्मा पहले मैच में बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे। भारत के दूसरे मैच में शर्मा ने 13 गेंदों पर 17 रन बनाए, तीसरे मैच में 7 गेंदों पर 11 रन तो वहीं चौथे मैच में आक्रामक पारी खेलते हुए 61 गेंदों पर 89 रन बनाए। पांचवें और आखिरी मैच में रोहित ने 42 गेंदों में 56 रन बनाए। इस पूरी ट्रॉफी के दौरान शर्मा ने 136.22 स्ट्राइक रेट के हिसाब से 173 रन बनाए।

सुरेश रैना- इस ट्रॉफी में भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने 132.05 स्ट्राइक रेट के साथ 103 रन बनाए। पहले मैच में रैना महज 1 रन बनाकर आउट हो गए, तो वहीं दूसरे मैच में उन्होंने 27 गेंदों में 28 रन बनाए। तीसरे मैच में रैना 15 गेंदों में 27 रन बना सके तो वहीं चौथे मैच में आक्रामक पारी खेलते हुए उन्होंने 30 गेंदों में 47 रन बनाए। आखिरी मैच में रैना बिना खाता खोले ही आउट हो गए।

मनीष पांडे ने इस ट्रॉफी में खेले गए पांच मैचों में 119.64 स्ट्राइक रेट के साथ 134 रन बनाए। उन्होंने पहले मैच में 35 गेंदों में 37 रन, दूसरे मैच में नाबाद 19 गेंदों में 27 रन, तीसरे मैच में भी नाबाद रहते हुए 31 गेंदों में 42 रन बनाए। चौथे मैच में मनीष मैदान में ही नहीं उतरे। पांचवें और आखिरी मैच में उन्होंने 27 गेंदों में 28 रन बनाए।

दिनेश कार्तिक– इस पूरी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा अगर किसी का नाम चर्चा में है तो वह है दिनेश कार्तिक का नाम। फाइनल मैच में आखिरी गेंद पर शानदार छक्का मारते हुए कार्तिक ने टीम इंडिया को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने पूरी ट्रॉफी में 197.67 स्ट्राइक रेट के औसत से 85 रन बनाए। पहले मैच में कार्तिक ने नाबाद रहते हुए 6 गेंदों में 13 रन बनाए, दूसरे में उन्होंने 2 गेंद में 2 रन बनाए, तीसरे में नाबाद रहते हुए 25 गेंदों में 39 रन और चौथे में नाबाद रहते हुए 2 गेंदों में 2 रन बनाए। पांचवें मैच में आक्रामक पारी खेलते हुए कार्तिक ने नाबाद रहते हुए 8 गेंदों में 29 रन बनाए।

ऋषभ पंत ने पांच मैचों में 96.77 स्ट्राइक रेट के हिसाब से 30 रन बनाए। पहले मैच में पंत ने 23 गेंदों में 23 रन, दूसरे मैच में 8 गेंदों में 7 रन बनाए। तीसरे, चौथे और पांचवें मैचों में ऋषभ को नहीं उतारा गया।

केएल राहुल– राहुल ने पांच में से तीन मैच खेले, जिनमें उन्होंने 135.48 स्ट्राइक रेट के हिसाब से 42 रन बनाए। पहले और दूसरे मैच में उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला। तीसरे मैच में राहुल ने 17 गेंदों में 18 रन बनाए। चौथे में उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। पांचवें मैच में उन्होंने 14 गेंदों में 24 रन बनाए।

विजय शंकर ने पांचों मैच खेले। इनमें उन्होंने 17 रन बनाए और 3 विकेट चटकाए। शंकर को पहले मैच में कोई कामयाबी नहीं मिली और वह एक विकेट भी नहीं चटका सके, लेकिन दूसरे मैच में चार ओवर में उन्होंने 32 रन देते हुए दो विकेट चटकाए। तीसरे मैच में शंकर ने 3 ओवरों में 30 रन देते हुए 1 विकेट लिया। चौथे में उन्होंने 4 ओवरों में 28 रन दिए। पांचवें मैच में शंकर ने 4 ओवर में 48 रन दिए और बल्लेबाजी करते हुए 19 गेंदों में 17 रन बनाए।

युजवेंद्र चहल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ किए गए प्रदर्शन को जारी रखा। निदास ट्रॉफी में उनका इकॉनमी रेट 6.45 रहा। चहल ने 8 विकेट चटकाए। पहले मैच में चहल ने 2, दूसरे में 1, तीसरे में 1, चौथे में 1 और पांचवें मैच में 4 ओवरों में 18 रन देते हुए 3 विकेट चटकाए।

वाशिंगटन सुंदर का इकॉनमी रेट 5.70 रहा। उन्होंने पांच मैचों में 8 विकेट चटकाए। उन्होंने पहले मैच में 2 विकेट लिए तो वहीं दूसरे मैच में 4 ओवरों में 23 रन देते हुए एक भी विकेट नहीं लिया। तीसरे मैच में सुंदर ने 2, चौथे में 3 और पांचवें में 1 विकेट झटके।

शार्दुल ठाकुर- निदास ट्रॉफी में ठाकुर का इकॉनमी रेट 9.02 रहा। पहले मैच में उन्होंने 3.3 ओवरों की गेंदबाजी की, जिनमें उन्होंने बिना विकेट लिए 42 रन दिए। दूसरे मैच में ठाकुर ने 1 विकेट लिया। तीसरे में आक्रामक गेंदबाजी करते हुए उन्होंने चार ओवरों में 27 रन देते हुए 4 विकेट चटकाए। चौथे मैच में ठाकुर ने 1 विकेट लिया और पांचवें मैच में उन्हें एक भी कामयाबी नहीं मिली।

जयदेव उनादकट ने पांच में से चार मैच खेले, इसमें उनका इकॉनमी रेट 9.92 रहा। उनादकट ने 7 विकेट लिए। पहले मैच में 1, दूसरे में 3, तीसरे में 1 और पांचवें में 2 विकेट लिए। चौथे मैच में उन्हें टीम में नहीं लिया गया था।