पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी अपनी क्रिकेट की समझ के लिए पूरी दुनिया में सराहे जाते हैं। धोनी भले ही अब भारतीय टीम की कप्तानी नहीं करते, लेकिन अभी भी वह अपने अनुभव से युवा कप्तानों और खिलाड़ियों को पूरा लाभ देते हैं। ऐसा ही कुछ शुक्रवार को खेले गए मैच में भी देखने को मिला, जब एमएस धोनी क्रीज पर मौजूद थे। दूसरे छोर पर कप्तान रोहित शर्मा खड़े थे। तभी बांग्लादेश के बॉलर मशर्फे मुर्तजा की एक गेंद को धोनी ने बाउंड्री के पार भेजने की कोशिश की। लेकिन वह उतना अच्छा टाइम नहीं कर सके और गेंद बाउंड्री पर खड़े मोहम्मद मिथुन के हाथों में समा गई। इस दौरान एमएस धोनी ने हाथों से इशारा कर रोहित को छोर बदलने का इशारा किया और आउट होने के बाद भी रोहित को ज्ञान दे गए।
दरअसल यदि धोनी छोर नहीं बदलते तो नए बल्लेबाज को ही अगली गेंद का सामना करना पड़ता। जोकि एक आदर्श स्थिति नहीं कही जा सकती और नए बल्लेबाज पर अनावश्यक दबाव पड़ता। यही वजह थी कि धोनी ने छोर बदलने पर जोर दिया। इसी तरह धोनी ने बांग्लादेश की पारी के दौरान भी रोहित को एक सलाह दी और अगली ही गेंद पर भारत को एक महत्वपूर्ण विकेट मिल गया था।
दरअसल शाकिब अल हसन भारतीय स्पिनरों के खिलाफ स्वीप शॉट का काफी इस्तेमाल कर रहे थे। इस पर धोनी ने कप्तान रोहित शर्मा को सलाह दी कि वह स्लिप में खड़े शिखर धवन को स्कवायर लेग पर तैनात कर दें। रोहित ने भी धोनी की इस सलाह को माना।
— Gentlemen’s Game (@DRVcricket) September 21, 2018
हैरानी की बात है कि रविंद्र जडेजा की अगली ही गेंद पर शाकिब अल हसन ने फिर से स्वीप किया और गेंद तभी वहां तैनात किए गए शिखर धवन के हाथों में समा गई। एमएस धोनी के अनुभव को देखते हुए ही भारत के नियमित कप्तान विराट कोहली चाहते हैं कि एमएस धोनी आगामी वर्ल्ड कप तक टीम के साथ रहें, ताकि वह अभी और धोनी के अनुभव का फायदा ले सकें। बहरहाल जिस तरह से धोनी मैदान पर युवाओं को अपने अनुभव से फायदा दे रहे हैं, उससे यकीनन विराट की यह सोच जायज भी है।