ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत के सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ जबरदस्त लय में दिखे हैं। सीरीज के 4 मैच पूरा हो जाने के बाद गायकवाड़ सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने पहला अंतरराष्ट्रीय शतक भी इसी सीरीज में लगाया। यह सीरीज उनके करियर के लिहाज से अहम पड़ाव साबित हो सकती है और इस कामयाबी के लिए गायकवाड़ ने माही को श्रेय दिया है।

धोनी से सीखी इस फॉर्मेट की बारीकियां- गायकवाड़

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे टी20 के बाद ऋतुराज गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने आईपीएल में सीएसके के लिए खेलते हुए धोनी के नेतृत्व में टी20 क्रिकेट की बारीकियां सीखीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सीएसके के लिए खेलते हुए इस फॉर्मेट के बारे में काफी कुछ सीखा। माही भाई (एमएस धोनी) हमेशा हालात पढ़ने और खेल को समझने के लिए तत्पर रहते हैं। ’’

धोनी के इस गुरुमंत्र पर गायकवाड़ ने किया काम

ऋतुराज गायकवाड़ ने आगे कहा कि माही भाई का संदेश यही होता है कि आप टीम का स्कोर देखकर तय करो कि टीम की जरूरत क्या है, भले ही मैच की परिस्थितियां किसी भी तरह की हों। गायकवाड़ ने कहा कि टी20 में आपको मानसिक रूप से खेल में हमेशा आगे रहना होता है और मैं इसे काफी अहमियत देता हूं। मैच से पहले मैंने सोचा कि मैच के दौरान किस तरह के हालात हो सकते हैं और पिच कैसे बर्ताव कर सकती है। मैंने यहां पर माही भाई की ही लीडरशिप पर काम किया। वह कहते हैं कि हमें मैच के दौरान मन को ज्यादा भटकाना नहीं चाहिए क्योंकि एक सलामी बल्लेबाज के लिए टी20 मैच में भी खेलने के लिए काफी समय होता है।

इस जीत ने वर्ल्ड कप की हार का दुख कम किया- गायकवाड़

ऋतुराज गायकवाड़ ने आगे कहा कि विश्व कप 2023 के फाइनल में मिली निराशाजनक हार के बाद क्रिकेट फैंस काफी दुखी थे। यह सीरीज उनके लिए खुशी का मौका हो सकती है। गायकवाड़ ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हम सभी के लिए खुद को अभिव्यक्त करना और खेल का लुत्फ उठाना महत्वपूर्ण था। प्रत्येक खिलाड़ी ने प्रत्येक चरण में अपनी जिम्मेदारी निभाई। इसलिए हम नतीजे से खुश हैं लेकिन अभी एक मैच और बचा है। ’’