जून 2025 में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज भारतीय क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय शुरू करने जा रही है। लेकिन इस महत्वपूर्ण दौरे से पहले भारतीय क्रिकेट को दोहरा झटका लग सकता है। कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, और मध्यक्रम की रीढ़ रहे पूर्व कप्तान विराट कोहली भी संन्यास की ओर कदम बढ़ाते दिख रहे हैं। हालांकि, बीसीसीआई ने कोहली से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है, लेकिन अगर कोहली संन्यास ले लेते हैं, तो चयन समिति के सामने सबसे बड़ा सवाल होगा कि इन दो दिग्गजों की जगह कौन लेगा?

इन दो स्थानों के लिए चयनकर्ता माथापच्ची कर रहे हैं, और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले चार खिलाड़ी-रजत पाटीदार, साई सुदर्शन, श्रेयस अय्यर और करुण नायर- चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींच रहे हैं। आइए, इन चारों की दावेदारी पर नजर डालते हैं।

रजत पाटीदार: फॉर्म और कप्तानी का दम

रजत पाटीदार ने आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की कप्तानी करते हुए अपनी बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता से सभी को प्रभावित किया है। उनकी अगुआई में आरसीबी प्लेऑफ के करीब पहुंची है। हालांकि, पाटीदार का टेस्ट करियर अभी तक प्रभावशाली नहीं रहा। उन्होंने भारत के लिए तीन टेस्ट मैचों में केवल 63 रन बनाए हैं। फिर भी, उनका मौजूदा फॉर्म और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन उन्हें मजबूत दावेदार बनाता है। मध्य प्रदेश के लिए खेलते हुए पाटीदार ने 68 प्रथम श्रेणी मैचों में 43.07 की औसत से 4738 रन बनाए हैं, जिसमें 13 शतक और 22 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी तकनीक और बड़े स्कोर बनाने की क्षमता उन्हें मध्यक्रम में एक संभावित विकल्प बनाती है।

साई सुदर्शन की तकनीकी

तमिलनाडु के बाएं हाथ के बल्लेबाज बी. साई सुदर्शन ने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में अपने प्रदर्शन से टेस्ट टीम में जगह बनाने की मजबूत दावेदारी पेश की है। 2024 रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के खिलाफ 82 रन और दिल्ली के खिलाफ 213 रन की शानदार पारियां उनकी लंबी और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी की क्षमता को दर्शाती हैं। विजय हजारे ट्रॉफी 2023 में गोवा के खिलाफ 125 रन का शतक उनकी स्थिरता का सबूत है। सुदर्शन ने 12 प्रथम श्रेणी मैचों में 42.15 की औसत से 843 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं।

सुदर्शन का काउंटी क्रिकेट में अनुभव उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए खास बनाता है। उन्होंने 2023 और 2024 में सरे के लिए काउंटी चैंपियनशिप में खेला, जहां उनकी तकनीक की प्रशंसा हुई। सरे के कोच एलेक स्टीवर्ट ने भारतीय दिग्गजों की सिफारिश पर उन्हें चुना था। रवि शास्त्री ने भी सुदर्शन को इंग्लैंड की परिस्थितियों में सफल होने वाला खिलाड़ी बताया है। आईपीएल 2025 में गुजरात टाइटंस के लिए 10 मैचों में 504 रन बनाकर वह ऑरेंज कैप की रेस में भी रहे। सुदर्शन की बाएं हाथ की बल्लेबाजी और तकनीकी दक्षता उन्हें मध्यक्रम या तीसरे सलामी बल्लेबाज के रूप में मजबूत दावेदार बनाती है।

श्रेयस अय्यर: अनुभव और हालिया फॉर्म का मिश्रण

श्रेयस अय्यर ने 2021 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया और अब तक 14 टेस्ट मैचों में 36.86 की औसत से 811 रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं। हालांकि, नंबर चार पर उन्होंने केवल एक टेस्ट खेला है, जहां विराट कोहली का औसत 50 के करीब रहा है। फिर भी, अय्यर का हालिया फॉर्म और दबाव में खेलने की क्षमता उन्हें इस स्थान के लिए उपयुक्त बनाती है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनकी 50 के करीब औसत और 80 की स्ट्राइक रेट, 15 शतकों के साथ, उनकी आक्रामक और स्थिर बल्लेबाजी को दर्शाती है।

अय्यर को हाल के वर्षों में छोटी गेंदों के खिलाफ कमजोरी के कारण आलोचना झेलनी पड़ी, लेकिन उनकी वापसी की भूख और घरेलू क्रिकेट में लगातार प्रदर्शन-जैसे रणजी ट्रॉफी फाइनल और दलीप ट्रॉफी में रन-उन्हें चयनकर्ताओं के रडार पर लाता है। इंग्लैंड की परिस्थितियों में अनुभवी बल्लेबाज के रूप में वह मध्यक्रम को स्थिरता दे सकते हैं।

करुण नायर: तिहरे शतक का नायक और घरेलू क्रिकेट का स्टार

करुण नायर भारतीय टेस्ट क्रिकेट के उन दो बल्लेबाजों में से एक हैं, जिन्होंने तिहरा शतक लगाया है। 2016 में चेन्नई के चेपॉक में इंग्लैंड के खिलाफ उनकी नाबाद 303 रनों की पारी ऐतिहासिक थी। इसके बावजूद, वह भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हो गए। लेकिन घरेलू क्रिकेट में नायर ने हार नहीं मानी और लगातार शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने छह टेस्ट मैचों में 62.33 की प्रभावशाली औसत से 374 रन बनाए हैं।

2024-25 घरेलू सत्र में नायर ने विदर्भ के लिए कमाल किया। रणजी ट्रॉफी में उन्होंने नौ मैचों में 863 रन बनाए, जिसमें चार शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं, और वह चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने आठ पारियों में 779 रन बनाए, जिसमें पांच शतक थे, जो उनकी असाधारण फॉर्म को दर्शाता है। नायर की तकनीक और बड़े स्कोर बनाने की क्षमता उन्हें कोहली की जगह नंबर चार पर मजबूत दावेदार बनाती है। उनकी वापसी की कहानी प्रेरणादायक है, जैसा कि उन्होंने एक बार ट्वीट किया था, “डियर क्रिकेट, मुझे एक और मौका दो।” इंग्लैंड दौरा उनके लिए वह मौका हो सकता है।