शुभमन गिल का टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए भारतीय टीम में चयन नहीं होगा यह शनिवार (20 दिसंबर) को तय नहीं हुआ, जब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव देवजीत सैकिया ने टीम की घोषणा की। इसका फैसला बुधवार (17 दिसंबर) को लखनऊ में हुआ जब धुंध के कारण साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथा टी20 मैच रद्द हुआ।
समाचार एजेंसी पीटीआई ने बीसीसीआई के एक सूत्र के हवाले से बताया कि लखनऊ में ही यह तय हो गया था कि गिल को टी20 वर्ल्ड कप के लिए नहीं चुना जाएगा, लेकिन शनिवार सुबह तक भारत के दो फॉर्मेट के कप्तान गिल से इस बारे में मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर, कप्तान सूर्यकुमार यादव या मुख्य कोच गौतम गंभीर ने बात नहीं की। इससे भारतीय टीम के ड्रेसिंग रूम में भूचाल आ सकता है। खिलाड़ियों में अविश्वास की भावना पैदा हो सकती है।
गिल के चोटिल होने की खबर से मिल गए थे संकेत
कप्तान सूर्यकुमार यादव का पिछले एक साल का रिकॉर्ड बहुत खराब रहा है। इसके बाद भी वह टीम में बने हुए हैं। गिल को जिस तरह से टीम से बाहर किया गया, उससे वह निराश और थोड़ा अपमानित महसूस कर सकते हैं। जैसे ही यह खबर आई कि गिल को बैटिंग करते समय पैर के अंगूठे में चोट लगी है तभी यह साफ हो गया था कि कुछ ठीक नहीं है। गंभीर और सूर्यकुमार और टीम मैनेजमेंट गिल से आगे बढ़ गया है।
अहमदाबाद में खेलना चाहते थे गिल
बीसीसआई के सूत्रों की मानें तो टीम मैनेजमेंट ने पहले ही उप-कप्तान गिल को टीम से बाहर करने का फैसला कर लिया था, जबकि असल में वह अहमदाबाद का मैच खेलना चाहता थे क्योंकि चोट ज्यादा गंभीर नहीं थी। यहां खराब प्रदर्शन कर रहे गिल को बाहर करने का पहला संकेत दिया गया। उन्होंने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों में कुल 32 रन बनाए थे। शुरुआत में मेडिकल टीम को हेयरलाइन फ्रैक्चर का डर था, लेकिन बाद में स्कैन से पता चला कि यह सिर्फ मामूली चोट थी और वह पेनकिलर लेकर अहमदाबाद का मैच खेल सकते थे।
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फैसले पर मुख्य कोच की छाप
एक पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता ने पीटीआई से कहा, ‘‘इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के आधार पर एशिया कप के लिए गिल को उपकप्तान बनाना गलत फैसला था, विशेषकर तब जब संजू सैमसन ने कुछ भी गलत नहीं किया था। टी20 विश्व कप से सिर्फ पांच मैच पहले उन्हें बाहर करना यह दिखाता है कि यह अगरकर की चयन समिति द्वारा गलती सुधारने के लिए उठाया गया कदम है। इस फैसले पर मुख्य कोच की छाप ज्यादा दिखती है, जो निरंतरता बनाए रखने के लिए मशहूर नहीं है।’’
अगरकर आश्वस्त नहीं दिखे
अगर चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर की बातों पर ध्यान दिया जाए तो वह भी इस फैसले को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं दिखे क्योंकि वह लंबे समय से पंजाब के बल्लेबाज गिल को हर प्रारूप में भारत का संभावित कप्तान मानते रहे हैं। गिल और सूर्यकुमार के रिकॉर्ड पर नजर डालें तो मोहाली के इस स्टाइलिश बल्लेबाज के पास खुद को ठगा हुआ महसूस करने के पूरे कारण हैं।
सूर्यकुमार की कलाई ठीक नहीं
गिल ने 2025 में 15 पारियों में 291 रन बनाए हैं, उनका स्ट्राइक रेट 137 से अधिक रहा है जबकि सूर्यकुमार ने 19 पारियों में 123.2 के स्ट्राइक रेट से 218 रन बनाए हैं, जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के बाद उनका सबसे खराब प्रदर्शन है। इसके अलावा भारतीय टीम के गलियारों में यह भी चर्चा है कि कप्तान की दाहिनी कलाई पूरी तरह ठीक नहीं है।
सूर्यकुमार क्यों बच गए
दो खिलाड़ी खराब फॉर्म में थे और चयन समिति को किसी एक को बाहर करना था। ऐसे मामलों में अक्सर कप्तान को छूट मिल जाती है। इसी वजह से कप्तान होने के नाते सूर्यकुमार अपनी जगह बचाने में सफल रहे, जबकि गिल को इसकी कीमत चुकानी पड़ी क्योंकि अभिषेक शर्मा के साथ पारी का आगाज करते हुए उनका प्रभाव उतना दमदार नहीं दिखा।
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गिल और गंभीर के बीच तालमेल बना रहेगा?
यह भी नहीं भूलना चाहिए कि गिल अभी दो अन्य प्रारूपों में भारत के कप्तान हैं और यह फैसला भारतीय ड्रेसिंग रूम में अविश्वास का माहौल पैदा कर सकता है। क्या इस तरह से अचानक अपमानजनक तरीके से बाहर किए जाने के बाद गिल और गंभीर के बीच तालमेल बना रहेगा?
आज गिल बाहर कल सूर्यकुमार की बारी आ सकती है
अगर सूर्यकुमार रन नहीं बना पाए तो वह सिर्फ ड्रेसिंग रूम में ही नहीं बल्कि अंततः टीम में अपनी जगह भी गंवा देंगे क्योंकि जो लोग गंभीर को जानते हैं, उन्हें पता है कि उनके लिए ‘‘जीत सब कुछ नहीं, बल्कि सिर्फ जीत ही सब कुछ है। ’’ आज गिल बाहर हुए हैं तो कल सूर्यकुमार की बारी भी आ सकती है।
पीटीआई इनपुट से खबर
