भारत और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में दुबई स्थित दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम पर खेला जाना है। आईसीसी इवेंट में भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ भले ही रिकॉर्ड खराब हो, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में टीम इंडिया का पलड़ा भारी माना जा रहा है। हालांकि, रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय क्रिकेट टीम को जीत तभी हासिल हो सकती है, जब वे पुराने नतीजों से सबक लेते हुए गलतियां नहीं करे।
ICC Champions Trophy, 2025
India
254/6 (49.0)
New Zealand
251/7 (50.0)
Match Ended ( Day – Final )
India beat New Zealand by 4 wickets
यहां हम उन पांच बिंदुओं के बारे में जानेंगे जिनको करने पर टीम इंडिया के हाथ से जीत फिसल सकती है और उसे हार झेलनी पड़ सकती है। यदि ऐसा हुआ तो न सिर्फ टीम इंडिया के खिलाड़ियों बल्कि 140 करोड़ भारतीयों का दिल भी टूट जाएगा।
रोहित-शुभमन को करनी होगी अर्धशतकीय साझेदारी
अलग-अलग चरणों में भारतीय टीम की ओर से कुछ खामियां सामने आई हैं। पिछले कुछ मुकाबलों में शीर्ष क्रम ने बड़ा स्कोर नहीं बनाया है। रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने टूर्नामेंट में अपने पहले मैच में बांग्लादेश के खिलाफ 69 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की थी, लेकिन इसके बाद वे पाकिस्तान के खिलाफ 31, न्यूजीलैंड के खिलाफ 15 और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 रन की पहले विकेट के लिए साझेदारी कर पाए। ऐसे में 9 मार्च को भारत के सलामी बल्लेबाजों को पहले विकेट के कम से कम अर्धशतकीय साझेदारी करनी होगी।
रचिन रविंद्र को भेजना होगा जल्दी पवेलियन
रचिन रविंद्र ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अब तक 3 मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने 75.33 के औसत से 226 रन बना चुके हैं। इसमें उनके 2 शतक शामिल हैं। रचिन रविंद्र ग्रुप स्टेज में सिर्फ भारत के खिलाफ मैच में ही महज 6 रन बनाकर आउट हो गए थे। उसके अलावा उन्होंने बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका दोनों के खिलाफ शतक लगाया। दोनों ही मुकाबलों में न्यूजीलैंड ने जीत हासिल की। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 फाइनल में यदि भारतीय गेंदबाजों ने रचिन रविंद्र का जल्दी पुलिंदा नहीं बांधा तो यह भारतवंशी कीवी बैटर टीम इंडिया के हाथ से जीत छीन सकता है।
केन विलियमसन का जल्दी करना होगा शिकार
केन विलियमसन नॉकआउट मुकाबलों में अपनी शानदार रणनीति के लिए जाने जाते हैं। न्यूजीलैंड का यह छठा ICC पुरुष फाइनल है और केन विलियमसन 5 मैच का हिस्सा रह चुके हैं। भारत के खिलाफ भी उनका रिकॉर्ड शानदार है। केन विलियमसन ने भारत के खिलाफ अपनी पिछली 6 पारियों में 83.25 के औसत और 79.28 की स्ट्राइक रेट से 333 रन बनाए हैं, जिसमें 4 अर्धशतक शामिल हैं। भारतीय गेंदबाजों को केन विलियमसन को भी जल्दी पवेलियन भेजना का रास्ता खोजना होगा, नहीं तो वह ऐसे खिलाड़ी हैं, जो किसी भी टीम को अगले दम हराने की क्षमता रखता है।
कैचेस विन मैचेस: एक भी कैच छोड़ना खतरे से खाली नहीं
कहावत है कि कैच पकड़ो, मैच जीतो। भारतीय टीम ने पिछले मुकाबलों में खराब फील्डिंग नहीं की है, लेकिन उनके खिलाड़ियों के हाथ से कई मैच फिसले हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल की बात करें तो ट्रेविस हेड का कैच छूटना। मोहम्मद शमी के हाथों से कैच छूटना। बांग्लादेश के खिलाफ रोहित शर्मा का जैकर अली का कैच छूटना। यह सही है कि भारत को ये गलतियां उन मुकाबलों में भारी नहीं पड़ी, लेकिन फाइनल में एक भी कैच छोड़ने की गुंजाइश नहीं होगी। वह भी तब जब विपक्षी टीम न्यूजीलैंड ने पूरे टूर्नामेंट में लगातार आगे की योजना बनाने और अपने विरोधियों को चौंका देने की क्षमता दिखाई है।
मैट हेनरी से रहना होगा सतर्क
मैट हेनरी ने इस चैंपियंस ट्रॉफी में 16.70 के औसत से दस विकेट लिए हैं। इनमें से पांच विकेट दुबई में भारत के खिलाफ ग्रुप मैच में आए थे। भारतीय बल्लेबाजों को उनके खिलाफ किसी भी गलती से बचना होगा। हालांकि, उनका फाइनल में अभी संदिग्ध है। लेकिन इससे भारत की समस्या खत्म नहीं हो जाती। न्यूजीलैंड के स्पिनर्स ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेमीफाइनल में 7 विकेट लिए। स्पिन के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय बल्लेबाजों को उन्हें दुबई में भी दबाकर रखना होगा। दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी मुकाबलों में तेज गेंदबाजों और स्पिनर्स ने 30-30 विकेट लिए हैं। पहली पारी में तेज गेंदबाजों को अधिक सफलता मिली है (22), स्पिनर्स ने पहली और दूसरी पारियों में क्रमश: 14 और 16 विकेट लिए हैं।
आईसीसी इवेंट्स में ऐसा है भारत का न्यूजीलैंड के खिलाफ रिकॉर्ड
टूर्नामेंट | मैच | जीत | हार | ड्रॉ/बेनतीजा |
आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप | 10 | 4 | 5 | 1 |
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी | 2 | 1 | 1 | 0 |
आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप | 3 | 0 | 3 | 0 |
आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप | 5 | 1 | 3 | 1 |
कुल | 20 | 6 | 12 | 2 |