बैडमिंटन में भारतीय बेटी उन्नति हुड्डा ने ओडिशा के कटक में रविवार यानी 30 जनवरी 2022 को इतिहास रचा। उन्होंने 75 हजार डॉलर इनामी ओडिशा ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में महिला एकल का खिताब जीता। 14 साल की उन्नति हुड्डा सुपर 100 टूर्नामेंट जीतने वाली सबसे युवा भारतीय बन गईं हैं। भारतीय शटलर ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करके फाइनल मुकाबले में स्मित तोश्नीवाल पर 21-18, 21-11 से जीत दर्ज की।

कुछ दिन पहले गुजरात की 16 साल की बेटी तस्नीम मीर ने बीडब्ल्यूएफ जूनियर रैंकिंग के अंडर-19 गर्ल्स सिंगल्स कैटेगरी में शीर्ष स्थान हासिल किया था। तस्नीम मीर इस कैटेगरी में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली पहली भारतीय बनी थीं। तस्नीम से पहले यह उपलब्धि कोई भी भारतीय जूनियर महिला खिलाड़ी हासिल नहीं कर पाई थी, फिर चाहे वह पीवी सिंधू या साइना नेहवाल ही क्यों न रही हों।

सेमीफाइनल में इंडियन ओपन की फाइनलिस्ट मालविका बंसोड को 24-22, 24-22 हराकर उलटफेर करने वाली उन्नति ने तोश्नीवाल के खिलाफ केवल 35 मिनट में जीत हासिल की। दुनिया की 163वें नंबर की बैडमिंटन खिलाड़ी स्मित तोश्नीवाल ने भी सेमीफाइनल में उलटफेर किया था। उन्होंने अश्मिता चालिहा को 21-19, 10-21, 21-17 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।

हरियाणा के रोहतक की रहने वाली उन्नति हुड्डा ने पहले गेम में वापसी करके जीत हासिल की। हालांकि, दूसरे गेम में उन्होंने अच्छी लय बनाए रखी। उनके आक्रामक रवैए के सामने तोश्नीवाल की एक नहीं चली। इस जीत के साथ ही दुनिया की 418वें नंबर की खिलाड़ी उन्नति हुड्डा ने इतिहास रच दिया।

वहीं, पुरुष एकल का खिताब गैरवरीयता प्राप्त किरण जार्ज ने अपने नाम किया। 21 साल के जॉर्ज ने पुरुष एकल के फाइनल में प्रियांशु राजावत को 58 मिनट तक चले मैच में 21-15, 14-21, 21-18 से हराया। जॉर्ज ने पहला गेम आसानी से जीता।

वह दूसरे गेम के शुरू में भी एक समय 5-3 से आगे थे, लेकिन राजावत ने अच्छी वापसी की और मैच को निर्णायक गेम तक खींचकर ले गए। तीसरे और निर्णायक गेम में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। राजावत ने जॉर्ज को हावी होने से रोकने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश की।

जॉर्ज ने हालांकि बढ़त हासिल करने के बाद दबाव बनाए रखा। आखिर में जॉर्ज 19 साल के राजावत को हराने में सफल रहे। जॉर्ज ने सेमीफाइनल में अंसल यादव को 19-21, 21-12, 21-14 से हराया था। वहीं, राजावत ने कौशल डी पर 21-17, 21-14 से जीत हासिल कर खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया था। जॉर्ज ने खिताब की अपनी राह में क्वार्टर फाइनल में तीसरी वरीयता प्राप्त शुभंकर डे को भी पराजित किया था।

इस बैडमिंटन टूर्नामेंट में त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने 28 मिनट तक चले मुकाबले में संयोगिता घोरपड़े और श्रुति मिश्रा को 21-12, 21-10 से हराकर वुमन्स डबल्स का खिताब अपने नाम किया। मिक्स्ड डबल्स के फाइनल में भारत के एमआर अर्जुन और त्रीसा जॉली को सचिन डायस और थिलिनी हेंडादाहेवा की श्रीलंकाई जोड़ी से 36 मिनट तक चले मैच में 16-21, 20-22 से हार का सामना करना पड़ा।