दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा के संन्यास के बाद भारतीय टीम शुभमन गिल की कप्तानी में टेस्ट क्रिकेट के नए दौर में प्रवेश करेगी। इंग्लैंड दौरे के लिए शनिवार (24 मई) को भारतीय टीम का ऐलान हो गया। इसके साथ ही गिल के रोहित शर्मा के उत्तराधिकारी बनने पर औपचारिक मुहर भी लग गई। आने वाला समय भारतीय क्रिकेट के ‘प्रिंस’ शुभमन गिल के लिए काफी चुनौतियों से भरा रहना वाला है।

लाल गेंद वाले क्रिकेट में शुभमन गिल का जिस तरह का रिकॉर्ड है उसे देखकर यह नहीं कहा जा सकता कि केवल कप्तान के तौर पर उनकी परीक्षा होगी। टीम चलाने के साथ-साथ बतौर बल्लेबाज उन्हें खुद को साबित करना होगा। गिल ने टेस्ट क्रिकेट में 59 पारियों में 35.05 के औसत से 1893 रन बनाए हैं। भारत से बाहर उनका औसत 30 का भी नहीं है।

शुभमन गिल का प्रदर्शन

इंग्लैंड,ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका छोड़ दीजिए कैरेबियाई देशों में भी शुभमन गिल का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। एशिया से बाहर उन्हें 50 से ज्यादा का स्कोर बनाए हुए 4 साल हो गया है। इंग्लैंड में भी वह 3 टेस्ट खेल चुके हैं। 6 पारियों में उन्होंने 14.66 के औसत से 88 रन बनाए हैं। साउथ अफ्रीका में उन्होंने 2 मैच की 4 पारियों में 18.50 के औसत से 74 रन बनाए हैं। कैरेबियाई देशों में 2 टेस्ट की 3 पारियों में 22.50 के औसत से 45 रन बनाए हैं।

केवल ऑस्ट्रेलिया में 35 का औसत

शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया में 352 रन बनाए हैं, लेकिन उन्होंने 11 पारी खेली हैं। 35.20 का औसत है। शुभमन गिल के बचाव में यह कहा जा सकता है कि ऑस्ट्रेलिया छोड़कर उन्होंने किसी भी अन्य देश में ज्यादा मैच नहीं खेले हैं, लेकिन ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल का रिकॉर्ड देखेंगे तो पता चलेगा कि गिल के रिकॉर्ड कितने साधारण हैं। यशस्वी ने ऑस्ट्रेलिया में 43.44 और कैरेबियाई देशों में 88.66 के औसत से रन बनाए हैं। साउथ अफ्रीका में उनका औसत 12.50 का है।

यशस्वी और पंत का रिकॉर्ड

यशस्वी ने विदेश में 44.18 के औसत से रन बनाए हैं। ऋषभ पंत का ऑस्ट्रेलिया में 46.26, इंग्लैंड में 32.70, साउथ अफ्रीका में 37.20, कैरेबियाई देशों में 19.33 और न्यूजीलैंड में 15 का औसत है। पंत ने विदेश में 37.59 के औसत से रन बनाए हैं। उन्होंने न्यूजीलैंड और कैरेबियाई देशों को छोड़कर हर जगह शतक लगाया। साफ है गिल को कप्तान के साथ-साथ बल्लेबाज के तौर पर भी भरोसेमंद खिलाड़ी बनकर उभरना होगा।