ललित कालिदास। तेज गेंदबाज नवदीप सैनी और गौरव यादव को दलीप ट्रॉफी के फर्स्ट राउंड में मोहम्मद सिराज और उमरान मलिक की जगह शामिल किया गया है। भारतीय टीम की निगाहें तीसरे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में जगह बनाने पर है। अगर रोहित शर्मा की टीम अगले साल लॉर्ड्स में WTC फाइनल में पहुंचती है, तो वह अगस्त 2025 तक 16 टेस्ट खेलेगी। इनमें से 11 टेस्ट विदेश में होंगे। 5 ऑस्ट्रेलिया और 11 इंग्लैंड में। सितंबर 2024 के बाद भारतीय टीम रेड बॉल क्रिकेट खूब खेलने वाली है। विदेशी परिस्थितियों में तेज गेंदबाज काफी महत्वपूर्ण होंगे। ऐसे में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज का बैकअप न होना चिंता का विषय है।
जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने, मोहम्मद शमी को अभी पूरी तरह से फिट होने और सिराज के बीमार होने के कारण चयनकर्ताओं ने आगामी दलीप ट्रॉफी के लिए अंतरराष्ट्रीय या प्रथम श्रेणी क्रिकेट के अनुभव वाले 21 सीम-गेंदबाजी विकल्पों को चुना है। लाल गेंद के इस टूर्नामेंट का वर्षों से नाममात्र का महत्व रहा है। अब वह बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के साथ घरेलू टेस्ट और साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले तेज गेंदबाजों की धार आंकने के लिए प्रयोगशाला का काम करेगी।
चौथा और पांचवां तेज गेंदबाज कौन होगा?
ऑस्ट्रेलिया में बुमराह, शमी (फिटनेस पर निर्भर) और सिराज पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत के पेस डिपार्टमेंट का अहम हिस्सा होंगे, लेकिन चौथा और पांचवां तेज गेंदबाज कौन होगा? कुछ स्पष्ट नहीं दिखता। टीम इंडिया के पूर्व बॉलिंग कोच भरत अरुण ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “यह सही गेंदबाजों की पहचान करने और उन्हें ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए तैयार होने के अवसर देने का सवाल है। आईपीएल में बहुत से गेंदबाज 140-150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं। इसलिए यह उन्हें निखारने और सही अनुभव देने का समय है।”
2020 से 30 सीम गेंदबाजों का इस्तेमाल
जनवरी 2020 से भारत ने सभी प्रारूपों में 30 सीम गेंदबाजों का इस्तेमाल किया है। उनमें से 13 ने कम से कम एक टेस्ट खेला है। इन 13 गेंदबाजों में से 11 विदेशी परिस्थितियों में खेले हैं, लेकिन 2024-25 सत्र में इनमें से केवल छह तेज गेंदबाज ही सिस्टम में बचे हैं। इशांत शर्मा 2021 में 105 टेस्ट के बाद नहीं खेले। 36 वर्षीय उमेश यादव ने आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2023 WTC फाइनल में खेला था। शार्दुल ठाकुर वर्तमान में चोटिल हैं। वह पिछले साल दक्षिण अफ्रीका के खराब दौरे के बाद टीम से बाहर हैं। टी नटराजन पर विचार नहीं किया जा रहा। जयदेव उनादकट 2022 में 12 साल बाद थोड़े समय के लिए फिर से दिखाई दिए।
मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप
इस बदलाव के दौर में भारत ने 2023-24 में छह टेस्ट मैचों में तीन तेज गेंदबाजों मुकेश कुमार, प्रसिद्ध कृष्णा और आकाश दीप को रोटेशन में मैदान पर उतारा है। वे ऑस्ट्रेलिया दौरे और उसके बाद की टीम में जगह बनाने की दौड़ में मजबूती से बने हुए हैं। भरत जोर देकर कहते हैं कि भारत के पास अभी भी तैयारी के लिए कुछ गुंजाइश है, लेकिन वे लाल गेंद से गेंदबाजी की आवश्यकता पर जोर देते हैं। उन्होंने कहा, ” पहली बार ऐसा होना चाहिए। लाल गेंद क्रिकेट ऐसी चीज है जिसकी इन गेंदबाजों को आदत डालनी होगी। हमारे पास समय है, लेकिन हमें उन्हें पर्याप्त ओवर देकर तैयार करने की जरूरत है।”
आवेश के पास इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों का अनुभव
मुकेश और आकाश की बंगाल की जोड़ी ने 2019-20 से क्रमशः 895 और 827 ओवर फेंके हैं। मध्य प्रदेश के अवेश खान ने अभी तक टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण नहीं किया है। वह प्रथम श्रेणी स्तर पर लगातार खेलते हैं। उन्होंने 750 ओवरों में 106 विकेट लिए हैं। आवेश को भारत ए प्रणाली के माध्यम से इंग्लैंड, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका की परिस्थितियों का भी अनुभव प्राप्त हुआ।
दलीप ट्रॉफी राउंड 1 पेसर्स | |||||||
प्लेयर | फर्स्ट क्लास सेशन | गेंद | विकेट | विकेट | औसत | 5 विकेट | मैच में 10 विकेट |
आकाश दीप | 2019-20 से | 4966 | 107 | 6-60 | 23.7 | 4 | 1 |
प्रसीद कृष्ण | 2019-20 से | 1256 | 38 | 6-35 | 17.76 | 2 | 1 |
आवेश खान | 2019-20 से | 4348 | 106 | 7-38 | 21.37 | 5 | 1 |
मुकेश कुमार | 2019-20 से | 5372 | 118 | 6-32 | 20.3 | 5 | 1 |
खलील अहमद | 2019-20 से | 1271 | 20 | 4-19 | 31.25 | – | – |
उमरान मलिक | 2021-22 से | 1034 | 16 | 3-25 | 44.62 | – | – |
अर्शदीप सिंह | 2019-20 से | 2932 | 49 | 5-33 | 31.97 | 1 | – |
विदवथ कवरप्पा | 2021-22 से | 3610 | 80 | 7-53 | 20.08 | 5 | 1 |
गौरव यादव | 2019-20 से | 4554 | 114 | 7-49 | 21.85 | 7 | 2 |
नितीश कुमार रेड्डी | 2022-23 से | 2125 | 50 | 5-53 | 22.44 | 2 | – |
यश दयाल | 2019-20 से | 2701 | 42 | 5-48 | 30.38 | 1 | – |
विजयकुमार वैश्य | 2021-22 से | 3769 | 86 | 5-59 | 23.5 | 3 | – |
मोहित अवस्थी | 2021-22 से | 2895 | 72 | 7-52 | 21.83 | 4 | 1 |
संदीप वारियर | 2019-20 से | 4257 | 76 | 5-68 | 28.43 | 2 | – |
-हिमांशु चौहान | 2023-24 से | 1161 | 30 | 5-39 | 18.76 | 3 | – |
-अंशुल कंबोज | 2022-23 से | 1716 | 24 | 3-24 | 38.91 | – | – |
तुषार देशपांडे | 2019-20 से | 3259 | 59 | 5-37 | 31.38 | 2 | – |
आदित्य ठाकरे | 2019-20 से | 2872 | 62 | 7-55 | 20.82 | 4 | – |
हर्षित राणा | 2022-23 से | 1107 | 28 | 7-45 | 26.35 | 1 | 1 |
आकाश सेनगुप्ता | 2022-23 से | 1200 | 12 | 3-136 | 66.41 | – | – |
नवदीप सैनी | 2019-20 से | 3369 | 64 | 5-72 | 31.25 | 2 | – |
शिवम दुबे | 2019-23 से | 496 | 13 | 4-10 | 15.38 | – | – |
प्रसिद्ध कृष्णा रहे फ्लाप
पिछले साल साउथ अफ्रीका में, भारत ने प्रसिद्ध कृष्णा का ‘गति और उछाल’ के लिए इस्तेमाल किया। कर्नाटक के इस तेज गेंदबाज का दौरा बहुत ही निराशाजनक रहा। उन्होंने 65 की औसत से दो मैचों में 2 विकेट लिए और बाद में चोट के कारण बाहर हो गए। उन्होंने लाल गेंद से सीमित गेंदबाजी की थी। 2019 से केवल 1256 गेंदें की थीं। सेंचुरियन और न्यूलैंड्स की पिचों पर गेंदबाजी के लिए काफी नहीं था।
अर्शदीप सिंह और उमरान मलिक फेवरेट
बाएं हाथ के गेंदबाज अर्शदीप सिंह और तेज गेंदबाज उमरान को भी टेस्ट बैकअप सूची में शामिल होने के दावेदार हैं। आईपीएल के जरिए चर्चा में आने के बाद साउथ अफ्रीका में अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू करने वाले उमरान ने इस फॉर्मेट में सिर्फ 1034 गेंदें फेंकी हैं और अभी तक एक पारी में तीन से ज्यादा विकेट नहीं लिए हैं। बीमारी के कारण वह दलीप ट्रॉफी के पहले दौर से भी बाहर रहेंगे।