भारतीय हॉकी टीम ने अपना अजेय प्रदर्शन कायम रखते हुए रविवार को आठवें जूनियर एशिया कप के फाइनल में पाकिस्तान को 6-2 से करारी शिकस्त देकर खिताब जीत लिया। इस अहम मुकाबले में भी ड्रैग फ्लिकर हरमनप्रीत सिंह का जादू चला और उन्होंने चार गोल ठोके। भारत ने दूसरी बार यह खिताब जीता है।
हरमनप्रीत का जलवा : हरमनप्रीत ने फिर से भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने दसवें, 15वें, 30वें और 53वें मिनट में गोल किए। उनके अलावा अरमान कुरैशी और मनप्रीत जूनियर ने एक-एक गोल किया। हरमनप्रीत ने इस पूरे टूर्नामेंट में टूर्नामेंट में 14 गोल किए। उन्हें विशेष पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारत के गोलकीपर विकास दहिया को सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर और हरजीत सिंह को फाइनल का मैच का ‘मैन आफ द मैच’ चुना गया।
शुरुआत से बनाया दबाव : भारतीय टीम ने शुरुआत से ही पाकिस्तान टीम के गोलपोस्ट पर आक्रमण की झड़ी लगा दी। सिर्फ 10वें मिनट में भारत ने पहला गोल दागकर बढ़त बनाई। हरमनप्रीत ने यह गोल पेनाल्टी कार्नर पर दागा। हरमनप्रीत ने 15वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर पर भारत का दूसरा गोल दाग दिया। पाकिस्तान ने वापसी करने की कोशिश की और 28वें मिनट में याकूब के गोल से स्कोर 1-2 किया। हरमनप्रीत ने 3०वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर गोल दागते हुये अपनी हैट्रिक पूरी की और भारत को आधे समय तक 3-1 से आगे कर दिया।
कोरिया तीसरे स्थान पर : इससे पहले कोरिया ने जापान को 2-1 से हराकर कांस्य पदक हासिल किया। मेजबान और पिछली बार के चैंपियन मलेशिया ने बंगलादेश को 8-0 से रौंदकर पांचवा स्थान अपने नाम किया। चीन ने ओमान को 7-2 से रौंदकर सातवां स्थान हासिल किया।