भारतीय क्रिकेट टीम के टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धीमान साहा वनडे और टी-20 मैचों से दूर ही रहे हैं। शुरू से ही साहा को टेस्ट शैली का बल्लेबाज माना जाता रहा है। बीसीसीआई ने भी कभी साहा को वनडे और टी-20 क्रिकेट में खेलने का अवसर नहीं दिया। हालांकि, साहा को जब भी छोटे फॉर्मेट में खेलने का मौका मिला है, उन्होंने अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है। साहा ने कोलकाता में खेली जा रही जेसी मुखर्जी ट्रॉफी में 20 गेंदों पर 102 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर वह कारनामा कर दिया है, जो आज से पहले कोई भारतीय बल्लेबाज करने में कामयाब नहीं हो सका। साहा की इस पारी की बदौलत ही साहा की टीम मोहन बगान ने बी एन आर को 10 विकेटों से हराने में कामयाब रही। अपनी इस पारी के दौरान साहा ने 4 चौके और 14 छक्के लगाए। इस मैच में बी एन आर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मोहन बगान के सामने 151 रनों का लक्ष्य रखा। 151 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए रिद्धिमान साहा ने अपनी टीम को जबरदस्त शुरुआत दी और नाबाद पारी खेलते हुए टीम को एक आसान जीत दिला दी।

भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा।

साहा की इस विस्फोटक पारी ने ना सिर्फ बीसीआई को बल्कि पिछेल सीजन आईपीएल में रही उनकी टीम किंग्स इलेवन पंजाब को भी मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया है। आईपीएल से पहले साहा की इस पारी से सनराइजर्स हैदराबाद की टीम बेहद खुश होगी। बता दें कि इस साल हैदराबाद की टीम ने साहा को 5 करोड़ रुपए में अपनी टीम में शामिल किया था। साहा इससे पहले पंजाब के लिए खेलते रहे हैं।

वहीं पंजाब की टीम भी इस पारी को देखकर साहा को टीम से बाहर करने के फैसले पर अफसोस जाहिर कर रही होगी। किंग्स इलेवन पंजाब के पास साहा को आरटीएम के जरिए टीम में शामिल करने का मौका था, लेकिन टीम ने साहा की जगह डेविड मिलर, मार्क्स स्टोइनिस और मोहित शर्मा जेसे खिलाड़ियों को आरटीएम के जरिए टीम में शामिल किया।