भारत विश्व क्रिकेट की सबसे सफल टीमों में से एक है। भारत ने अब तक कुल आठ (पुरुष और महिला मिलाकर) आईसीसी (ICC) ट्रॉफी अपने नाम की हैं। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से तीन खिताब जून के महीने में जीते गए हैं, जबकि सितंबर भारत के लिए दूसरा सबसे लकी महीना साबित हुआ है। आइए जानते हैं भारत के अब तक की सभी आईसीसी ट्रॉफी जीतों का पूरा सफर।
भारत का ICC ट्रॉफी कलेक्शन (पुरुष और महिला)
भारत ने अब तक कुल 8 बार ICC ट्रॉफी जीती हैं। इनमें से 7 बार पुरुष टीम और एक बार महिला टीम ने देश का नाम रोशन किया है। आईसीसी वुमेन्स वर्ल्ड कप 2025 जीत के साथ भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया।
अगर महीनों के हिसाब से देखें तो भारत के लिए जून का महीना सबसे भाग्यशाली साबित हुआ है।
- भारत ने जून में तीन ट्रॉफियां (1983, 2013 और 2024) जीतीं।
- भारत ने सितंबर माह में दो ट्रॉफियां (2002 और 2007) जीतीं।
- इसके अलावा भारतीय टीम अप्रैल, मार्च, नवंबर में 1-1 बार चैंपियन बनी।
भारत की आईसीसी ट्रॉफियां की लिस्ट
| क्रम | टूर्नामेंट | तारीख | स्थान | विपक्षी टीम | परिणाम |
| 1 | आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 1983 | 25 जून 1983 | लंदन | वेस्टइंडीज | भारत ने 43 रनों से जीत दर्ज की। |
| 2 | आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी 2002 (अब चैंपियंस ट्रॉफी) | 30 सितंबर 2002 | कोलंबो | श्रीलंका (संयुक्त विजेता) | मैच बारिश के कारण रद्द हुआ। भारत-श्रीलंका को विजेता घोषित किया गया। |
| 3 | आईसीसी ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप 2007 | 24 सितंबर 2007 | जोहानिसबर्ग | पाकिस्तान | भारत ने 5 रनों से जीत दर्ज की। |
| 4 | आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2011 | 02 अप्रैल 2011 | मुंबई | श्रीलंका | भारत ने 6 विकेट से जीत दर्ज की। |
| 5 | आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 | 23 जून 2013 | बर्मिंघम | इंग्लैंड | भारत ने 5 रनों से जीत दर्ज की। |
| 6 | आईसीसी ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप 2024 | 29 जून 2024 | बारबाडोस | साउथ अफ्रीका | भारत ने 7 रनों से जीत दर्ज की। |
| 7 | आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 | 09 मार्च 2025 | दुबई | न्यूजीलैंड | भारत ने 4 विकेट से जीत दर्ज की। |
| 8 | आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 | 02 नवंबर 2025 | मुंबई | साउथ अफ्रीका | भारत ने 6 विकेट से जीत दर्ज की। |
हर पीढ़ी में जीत की नई कहानी
भारत का आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन साबित करता है कि टीम इंडिया सिर्फ क्रिकेट नहीं खेलती, बल्कि हर पीढ़ी में जीत की नई कहानी लिखती है। साल 1983 में कपिल देव से लेकर 2025 की हरमनप्रीत कौर तक, भारत ने दुनिया को बार-बार दिखाया है कि ‘चैंपियन’ सिर्फ नाम से नहीं, प्रदर्शन से बनता है।
