भारत और वेस्टइंडीज के बीच 12 जुलाई से दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जाएगी और इसके बाद तीन मैचों की वनडे सीरीज का आयोजन किया जाएगा। इन सीरीज के बाद पांच मैचों की टी20 सीरीज दोनों देशों के बीच खेली जाएगी। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इस दौरे के लिए भारतीय टेस्ट और वनडे टीम का हिस्सा हैं, लेकिन वो टी20 सीरीज में नहीं खेलेंगे।
विराट कोहली पर टेस्ट सीरीज के दौरान सबकी नजर टिकी रहने वाली है क्योंकि साल 2020 के बाद से वो क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में सिर्फ एक ही शतक लगा पाए हैं और उनका औसत भी ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। वेस्टइंडीज के खिलाफ उनके पास अच्छा मौका होगा कि वो अपने रिकॉर्ड में सुधार करें और उनके पास ऐसा करने की पूरी क्षमता भी है। वैसे कोहली के पास वेस्टइंडीज में तीन बड़े रिकॉर्ड अपने नाम करने का भी बेहतरीन मौका होगा।
कोहली के पास वेस्टइंडीज के खिलाफ सभी प्रारूपों में सबसे ज्यादा रन बनाने का मौका
विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सभी प्रारूपों को मिलाकर अब तक 3653 रन बनाए हैं, लेकिन इस मामले में पहले नंबर पर साउथ अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर जैक कैलिस हैं जिन्होंने इस टीम के खिलाफ सभी फॉर्मेट में 412 रन बनाए थे। अगर विराट कोहली इस सीरीज के दौरान 467 रन बना लेते हैं तो वो कैलिस से आगे निकल जाएंगे। वैसे कोहली को दो टेस्ट और तीन वनडे खेलने हैं ऐसे में ये स्कोर बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं लगता।
वेस्टइंडीज की धरती पर सबसे ज्यादा रन बनाने का मौका कोहली के पास
विराट कोहली के पास इस सीरीज के दौरान वेस्टइंडीज की धरती पर सबसे ज्यादा रन बनाने का शानदार मौका है। कोहली ने कैरेबियाई धरती पर अब तक 50.65 की औसत के साथ 1365 रन बनाए हैं जिसमें 5 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। वेस्टइंडीज की धरती पर सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में पहले नंबर पर भारतीय टीम के मौजूद हेड कोच राहुल द्रविड़ हैं जिन्होंने कुल 1838 रन बनाए थे। कोहली अगर इस बार वहां पर 473 रन बना लेते हैं तो वो राहुल द्रविड़ को पीछे छोड़ देंगे और भारत की तरफ से वेस्टइंडीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन जाएंगे।
गावस्कर को पीछे छोड़ने का कोहली के पास मौका
वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की तरफ से सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में गावस्कर पहले नंबर पर हैं जिन्होंने कुल 13 शतक इस टीम के खिलाफ लगाए थे। विराट कोहली ने इस टीम के खिलाफ अब तक सभी प्रारूपों को मिलाकर 11 शतक लगा चुके हैं। अगर वो इस दौरे पर तीन शतक और लगा लेते हैं तो वो गावस्कर को पीछे छोड़ देंगे।
