वेस्टइंडीज और भारत के बीच क्वींस पार्क ओवल में खेला गया दूसरा टेस्ट सोमवार को पांचवें और आखिरी दिन बारिश की भेंट चढ़ने के बाद ड्रॉ रहा। डोमिनिका में पारी की जीत के बाद भारत ने सीरीज 1-0 से अपने नाम की। यह कैरेबियाई धरती पर भारत की लगातार 5वीं सीरीज जीत थी। टीम यहां पिछले 21 वर्षों में वेस्टइंडीज से कोई टेस्ट नहीं हारी है। हालांकि, लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर ने फिर सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा के चयन के पीछे और सीरीज में दोनों के रन बनाने के उद्देश्य पर सवाल उठाया।
गावस्कर ने मिड डे के लिए अपने कॉलम में युवाओं की तुलना में बड़े नामों को अधिक समर्थन मिलने पर भी नाखुशी व्यक्त की। उन्होंने सवाल किया कि क्या चयनकर्ता नहीं चाहते युवा खिलाड़ी बड़े खिलाड़ियों को चैलेंज दें? क्या चयन समिति के नए अध्यक्ष अजीत अगरकर के नेतृत्व में दृष्टिकोण में कोई बदलाव आएगा। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC Final) में ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद से ही गावस्कर टीम इंडिया की आलोचना कर रहे हैं।
युवाओं को आजमाना बेहतर नहीं होता?
सुनील गावस्कर ने मिड डे के लिए अपने कॉलम में लिखा, ” वेस्टइंडीज के इस आक्रमण के खिलाफ रोहित और कोहली का रन बनाना यह सवाल पैदा करते हैं कि चयनकर्ताओं ने ऐसा क्या सीखा जो उन्हें पहले से नहीं पता था? क्या यह बेहतर नहीं होता कि कुछ युवाओं को आजमाया जाए और देखा जाए कि वे टेस्ट क्रिकेट में कैसा प्रदर्शन करते हैं। क्या चयनकर्ता नहीं चाहते कि युवा खिलाड़ी बड़े नामों को किसी भी तरह की चुनौती पेश करें।”
क्या अजीत अगरकर के आने के बाद होगा बदलाव
सुनील गावस्कर ने आगे कहा, ” अब जब अजीत अगरकर चयन समिति के अध्यक्ष बन गए हैं तो देखते हैं कि क्या भविष्य के लिए टीम बनाने के दृष्टिकोण में कोई बदलाव होता है? या फिर वही पुरानी कहानी जारी रहती है।” गावस्कर इससे पहले रोहित शर्मा की कप्तानी पर निराशा जाहिर कर चुके हैं। साथ ही उन्होंने राहुल द्रविड़ समेत कोचिंग स्टाफ जवाबदेही तय करने की मांग की थी।