वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 (WTC Final 2023) में ऑस्ट्रेलिया से टीम इंडिया की हार के बाद टेस्ट क्रिकेट में रोहित शर्मा की कप्तानी पर तलवार लटकी दिखाई दे रही है नहीं है। हालांकि, कैरेबियाई दौरे पर वह कप्तान रहेंगे, लेकिन आगे इस पद पर बने रहने के लिए उन्हें इस सीरीज में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। इस दौरे के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) उनके भविष्य पर बड़ा फैसला ले सकता है।

अगर भारतीय टीम के घटनाक्रम से वाकिफ लोगों की मानें तो जब तक रोहित खुद वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका में 12 जुलाई से शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज से दूर रहने का फैसला नहीं करते, तो उनका चयन बतौर कप्तान होगा। दूसरा टेस्ट मैट दूसरे (20-24 जुलाई) के बीच पोर्ट ऑफ स्पेन में होगा। इन दोनों मैचों में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो चयन समिति पर कड़ा फैसला लेने का दबाव होगा।

रोहित शर्मा की उम्र चिंता का विषय

पीटीआई से एक वरिष्ठ बीसीसीआई सूत्र ने कहा, ” ये बेबुनियाद बातें हैं कि रोहित को कप्तानी से हटाया जाएगा। हां, क्या वह पूरे दो साल के डब्ल्यूटीसी साइकल तक खेलेंगे यह एक बड़ा सवाल है क्योंकि 2025 में तीसरा सत्र समाप्त होने पर वह लगभग 38 वर्ष के होंगे। मेरा मानना है कि शिव सुंदर दास और उनके सहयोगियों को इसे लेकर दो टेस्ट के बाद और उनकी बल्लेबाजी फॉर्म को देखते हुए फैसला लेना होगा।”

कब होगा रोहित शर्मा के भविष्य पर फैसला

बीसीसीआई अन्य खेल संगठनों से बहुत अलग तरीके से काम करता है। भारतीय बोर्ड में रहने वालों का मानना है कि जब आलोचना चरम पर पहुंच जाती है तो आप निर्णय नहीं लेते हैं। बोर्ड के सूत्र ने आगे कहा, “वेस्टइंडीज के बाद, दिसंबर के अंत तक हमा कोई टेस्ट नहीं खेलेंगे, जब टीम दक्षिण अफ्रीका का दौरा करेगी। इसलिए चयनकर्ताओं के पास विचार करने और निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय है। तब तक पांचवां चयनकर्ता (नया चीफ सलेक्टर) भी पैनल में शामिल हो जाएगा और फैसला लिया जा सकता है।

रोहित शर्मा को टेस्ट में कप्तान बनने में नहीं थी दिलचस्पी

भारतीय क्रिकेट से जुड़े लोग जानते हैं कि जब विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका में सीरीज हारने के बाद टेस्ट कप्तानी छोड़ी थी, तो रोहित की टेस्ट में कप्तान बनने में दिलचस्पी नहीं थी, क्योंकि उन्हें नहीं पता था कि उनका शरीर दबाव झेल पाएगा या नहीं। तब बोर्ड के दो शीर्ष लोगों (पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह) को केएल राहुल के दक्षिण अफ्रीका में कप्तान के रूप में प्रभावित करने में विफल रहने के बाद रोहित शर्मा को भूमिका निभाने के लिए राजी करना पड़ा।”

रोहित ने 2022 में टेस्ट कप्तानी संभाली थी

रोहित ने 2022 में टेस्ट कप्तानी संभाली थी। तब से भारत ने 10 टेस्ट खेले और वह तीन में नहीं खेले। एक इंग्लैंड में कोविड-19 के कारण और दो बांग्लादेश में अंगूठे में चोट के कारण। उन्होंने 7 टेस्ट की 11 पारियों में 390 रन बनाए। उनका औसत 35.45 था, जिसमें केवल एक सौ शामिल था। इसके अलावा वह अर्धशतक तक नहीं जड़ पाए। नागपुर के चुनौतीपूर्ण पिच पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 120 रनों के शानदार स्कोर को छोड़कर, रोहित ने उस तरह के रन नहीं बनाए हैं, जिसकी उनके जैसे खिलाड़ी से उम्मीद की जाती है।