इसमें कोई शक नहीं है कि भारतीय क्रिकेट में नाम चलता है। अगर बात सिर्फ प्रदर्शन के आधार पर टीम में चयन की हो तो बड़े-बड़े दिग्गज टीम से बाहर नजर आएंगे, लेकिन ऐसा होता नहीं है। वेस्टइंडीज के खिलाफ जब टेस्ट टीम का ऐलान किया गया तो चेतेश्वर पुजारा को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया शायद ये कहते हुए कि उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अच्छा नहीं किया तो विराट कोहली ने कौन सा अच्छा प्रदर्शन किया था। आप दोनों के रन देखिए और फिर बात करिए। वहीं पिछले तीन साल के प्रदर्शन की बात करें (2020 से) तो यहां पर भी पुजारा और कोहली भी एक से ही नजर आते हैं।

पिछले तीन साल में टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन

पहले बात करते हैं किंग कोहली के टेस्ट क्रिकेट में 2020 से प्रदर्शन पर जिसके बाद उन्होंने सिर्फ 29.69 की औसत से ही रन बनाए हैं। कोहली ने 2020 से लेकर अब तक भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 25 मैच खेले हैं इसकी 44 पारियों में उनके बल्ले से 1277 रन निकले हैं। इस दौरान कोहली ने एक शतक और 6 अर्धशतक लगाए हैं साथ ही उनका बेस्ट स्कोर 186 रन रहा है।

चेतेश्वर पुजारा ने 2020 से अब तक टेस्ट क्रिकेट में विराट कोहली जितने औसत यानी 29.69 की एवरेज से रन बनाए हैं। उन्होंने टीम के लिए 28 टेस्ट मैचों की 52 पारियों में 1455 रन बनाए हैं और इसमें एक शतक और 11 अर्धशतक भी शामिल है। इस दौरान पुजारा का बेस्ट स्कोर नाबाद 102 रन रहा है।

अब दोनों खिलाड़ियों का औसत एक जैसा है और दोनों ने शतक भी एक-एक ही लगाया है। वहीं पुजारा ने कोहली के मुकाबले 5 अर्धशतक ज्यादा लगाए हैं साथ ही रन के मामले में वो उनके काफी आगे नजर आते हैं तो फिर पुजारा को बाहर करना और कोहली को टीम में बनाए रखना कहां से सही है। सच तो ये है कि टेस्ट क्रिकेट में साल 2020 से पुजारा की तरह से विराट कोहली भी रन बनाने के लिए जूझ भी रहे हैं।

जहां तक वेस्टइंडीज जैसी कमजोर टीम का सवाल है तो जब कोहली को मौका दिया गया तो पुजारा को भी मौका दिया जाना बनता था क्योंकि इस टीम के खिलाफ कोहली रन बना सकते हैं तो फिर पुजारा के पास भी मौका था कि वो भी रन बनाते। अब यहां पर उम्र एक फैक्टर हो सकता है तो इसमें भी पुजारा 35 साल के हैं तो कोहली भी उनसे एक साल ही छोटे हैं यानी वो भी 34 साल के हो चुके हैं। यानी उम्र का कोई खास फर्क नहीं है तो फिर पुजारा ही टीम से बाहर क्यों किए गए। अगर चयन का आधार सिर्फ प्रदर्शन ही है तो फिर विराट कोहली भी बाहर किए जाने योग्य हैं।