वेंकट कृष्णा बी। भारत और वेस्टइंडीज के बीच 2 मैचों की टेस्ट सीरीज की शुरुआत बुधवार को डोमिनिका में होनी है। इससे पहले रोहित शर्मा की अगुआई वाली टीम केएस भरत की जगह इशान किशन और दो स्पिनर्स को खिलाने पर विचार कर रही है। जानकारी के अनुसार केएस भरत के इस साल पांच टेस्ट मैचों में बल्ले से खराब प्रदर्शन के बाद टीम प्रबंधन किशन को डेब्यू कराना चाहता है, लेकिन स्पिनर्स यानी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के खिलाफ उनकी कीपिंग स्किल एकमात्र चिंता का विषय है। यही कारण है कि भरत भी रेस में बने हुए हैं।
भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 साइकल की शुरुआत कैरेबियन में दो मैचों की टेस्ट सीरीज के साथ कर रहा है, जो रोसेउ और पोर्ट ऑफ स्पेन में खेली जाएगी। चेतेश्वर पुजारा को बाहर करके पहले ही ट्रांजिशन बटन दबाने के बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट दो टेस्ट के लिए अपने विकल्पों पर विचार कर रहा है। यशस्वी जयसवाल नंबर 3 पर पदार्पण करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल वाली प्लेइंग 11 में टीम इंडिया तीन बदलाव कर सकती है।
विंडसर पार्क में स्पिनर्स को मिलेगी मदद
ओवल में ऑफ स्पिनर आर अश्विन को न खिलाने पर आलोचना के बाद टीम इंडिया इस बार सावधानी से कदम बढ़ाएगी। कैरेबियन देशों में अमूमन तेज गेंदबाजों को पिच से फायदा मिलता है, लेकिन विंडसर पार्क को धीमी गति के लिए जाना जाता है। यहां आखिरी बार 2017 में टेस्ट मैच खेला गया था। वेन्यू पर अबतक कुल पांच टेस्ट मैच खेले गए हैं और स्पिनर्स को शानदार सफलता मिली है। शेन शिलिंगफोर्ड, माइकल क्लार्क, देवेन्द्र बिशू, यासिर शाह के नाम पांच-पांच विकेट हैं और नरसिंह देवनारिन, नाथन लियोन, हरभजन सिंह, रोस्टन चेज जैसे खिलाड़ियों ने पहली पारी के साथ-साथ दूसरी पारी में भी बेहतरीन योगदान दिया है।
कैरेबियाई सरजमीं पर टीम इंडिया दो स्पिनर्स को खिलाने में संकोच नहीं करती
उपमहाद्वीप के अलावा टीम इंडिया कैरेबियाई सरजमीं पर टीम इंडिया दो स्पिनर्स को खिलाने में संकोच नहीं करती। हालांकि, पिछली बार जब उन्होंने 2019 में दौरा किया था, तो भारत ने पांच-गेंदबाजों के फॉर्मूला पर चला,लेकिन चार तेज गेंदबाजों को मौका दिया था। फिलहाल की बात करें तो तेज गेंदबाजी इकाई में अनुभव की कमी है, ऐसे में अश्विन और जडेजा दोनों को मौका मिलने की पूरी संभावना है। 2016 दौरे पर टीम इंडिया ने जडेजा पर अश्विन को तरजीह दी थी। लेग स्पिनर अमित मिश्रा भी पहले दो टेस्ट में खेले थे। अश्विन को प्लेयर ऑफ द सीरीज रहे क्योंकि उन्होंने शतक भी जड़ा था।
इशान किशन के लिए रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा चिंता का विषय
जानकारी के अनुसार चयन बैठक के दौरान प्रमुख विकेटकीपर के तौर पर इशान किशन के नाम पर चर्चा की गई। भरत और उपेंद्र यादव के बीच दूसरे कीपर स्लॉट के लिए प्रतिस्पर्धा थी। हालांकि, चयनकर्ताओं ने अंत में भरत पर भरोसा दिखाया, लेकिन बल्ले से उनकी विफलता के कारण किशन को मौका देने के बारे में सोचा जा रहा है। किशन के खिलाफ यह बात जाती है कि रणजी ट्रॉफी में झारखंड के लिए भी विकेटकीपर भी नहीं करते हैं। वह एक बल्लेबाज के तौर पर खेलते हैं। ऐसे में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा चिंता का विषय हैं।
किशन बल्ले से बदल सकते हैं खेल
टीम इंडिया केवल पांच विशेषज्ञ बल्लेबाजों को खिलाने को सोच रही है, ऐसे में उन्हें निचले क्रम से रनों की जरूरत होगी और किशन अपने आक्रामक खेल से खेल का रुख बदलने वाली पारी खेलने में सक्षम हैं। जहां तक भरत की बात है, उन्होंने जो पांच टेस्ट खेले हैं और उनमें उनकी बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही है। तेज गेंदबाजों के सामने वह संघर्ष करते दिखे हैं। तेज गेंदबाजी की बात करें तो मोहम्मद शमी की अनुपस्थिति में मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर को मौका मिलना तय है। जयदेव उनादकट, नवदीप सैनी और मुकेश कुमार में किसी एक को मौका मिलेगा।