India vs West Indies 1st Test Match, Dhruv Jerel: भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में शतक लगाया। ये शतक उनके लिए खास था क्योंकि ये उनके टेस्ट क्रिकेट करियर की पहली सेंचुरी थी। इस शतक के बाद ध्रुव ने खास तरीके से इसका जश्न मनाया और दूसरे दिन के खेल के बारे में बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों किया।

इंडीज के खिलाफ पहली पारी में ध्रुव जुरेल ने 210 गेंदों में 125 रन बनाए। उन्होंने इस पारी में 15 चौके और 3 छक्के भी लगाए। जुरेल के शतक और केएल राहुल व रविंद्र जडेजा की पारियों की बदौलत भारत ने दूसरे दिन का खेल 5 विकेट पर 448 रन बनाकर समाप्त किया और 286 रन की बढ़त हासिल की। ​​24 साल के इस खिलाड़ी ने एक अनोखे तरीके से शतक का जश्न मनाया जो उनके पुराने सैल्यूट वाले सेलिब्रेशन से अलग था।

ध्रुव ने शतक को भारतीय सेना को किया समर्पित

पीटीआई से बात करते हुए जुरेल ने कहा कि 50 रन बनाने पर उन्होंने जो जश्न मनाया वह उनके पिता के लिए था और 100 रन बनाने पर मनाया गया जश्न भारतीय सेना को समर्पित था। विकेटकीपर ने कहा कि वह बॉर्डर पर तैनात सैनिकों का सम्मान करते हैं। ध्रुव ने कहा कि 50 रन बनाने के बाद मैंने जो सैल्यूट किया (सेलिब्रेशन किया) वह मेरे पिता के लिए था, लेकिन 100 रन बनाने पर यह कुछ ऐसा था जो मैं बहुत लंबे समय से करना चाहता था क्योंकि मैं इंडियन आर्मी के बहुत करीब रहा हूं और मैंने बचपन से ही अपने पिता को देखा है।

उन्होंने आगे कहा कि मैं ये शतक भारतीय सेना को उनके कार्यों के लिए समर्पित करना चाहूंगा। मैंने उन्हें करीब से देखा है कि वे कैसे काम करते हैं और मैं हमेशा से इन चीजों से बहुत प्रभावित रहा हूं। मैं अक्सर अपने पिता से भी इस बारे में पूछता रहता था। मैं इसे उन लोगों को समर्पित करूंगा जो इसके हकदार हैं। हम मैदान में जो करते हैं और वे युद्ध के मैदान में जो करते हैं, वह बहुत मुश्किल है और उसकी तुलना नहीं की जा सकती। मैं हमेशा उनका सम्मान करता रहूंगा और भविष्य में जो भी करूंगा, वह उनके लिए ही होगा।