त्रिनिदाद के पोर्ट ऑफ स्पेन में क्वींस पार्क ओवल में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट में विराट कोहली ने शतक जड़कर सूखा खत्म किया। नवंबर 2019 के बाद से रेड बॉल क्रिकेट में विदेश यह उनका पहला शतक था। यह 2018 के बाद से एशिया के बाहर उनका पहला शतक था। 2020 और 2022 के बीच तीन वर्षों तक उनका औसत 30 से काफी नीचे रहा। फिर भी टेस्ट में कोहली का वर्तमान औसत 49.29 है। उन्होंने 8676 रन बनाए हैं। वह सक्रिय क्रिकेटरों में तीसरा सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।

विराट कोहली के नाम 29 शतक हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज डॉन ब्रैडमैन के बराबर हैं। तीन साल तक अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के आसपास भी नहीं होने के बावजूद कोहली का रिकॉर्ड ऐसा है जो विश्व क्रिकेट में अधिकांश बल्लेबाजों के लिए अभी भी अकल्पनीय है। यह उनकी महानता का सबसे बड़ा सबूत है। यही कारण है कि 60 या 70 रन की पारी भी उनके लिए असफलता लगती है।

कोहली जैसे खिलाड़ी के करियर में ऐसा फेज आता है

विराट कोहली के परेशानी का सबब ऑफ साइड से बाहर की गेंद है। इस तरह से आउट होने पर उनकी अक्सर आलोचना होती रही है। शायद यही कमजोरी उन्हें बड़ा स्कोर करने से रोक रही है। उन्हें हाल के दिनों में लेग स्पिन और बाएं हाथ की स्पिन के खिलाफ भी जूझते देखा गया है, लेकिन वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज कर्टली एम्ब्रोस इन्हें कोहली की कमजोरी नहीं मानते। इसके बजाय महान क्रिकेटर ने कहा कि जब कोहली जैसे खिलाड़ी इतने लंबे समय तक खेलता है, तो उसके करियर में ऐसे फेज आते हैं जब वह बड़ा स्कोर नहीं करता। उन्होंने कहा कि कैरेबियाई दिग्गज विवियन रिचर्ड्स और मास्टर ब्लास्टर भी कम स्कोर पर आउट हुए हैं।

एम्ब्रोस ने कोहली को लेकर क्या कहा?

एम्ब्रोस ने कहा, “हर बल्लेबाज के करियर में कभी न कभी पर दिक्कत सामने आती है। मुझे लगता है कि बल्लेबाज अपनी पारी की शुरुआत में सबसे ज्यादा दिक्कत होते हैं। शायद हर ब्रेक के बाद शुरुआत में ऐसा होता है। मुझे बल्लेबाजों यहां कमजोर होने या वहां कमजोर होने के बारे में बात करना पसंद नहीं है। किसी भी बल्लेबाज को आउट किया जा सकता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने महान हैं। मैं इस विषय पर नहीं बोलूंगा क्योंकि ऐसी चीजों को तवज्जों नहीं देता।”

एम्ब्रोस ने कोहली की तारीफ के लिए तेंदुलकर और रिचर्ड्स का नाम लिया

600 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय विकेट लेने वाले इस दिग्गज खिलाड़ी ने विराट कोहली के समर्थन में सचिन तेंदुलकर और विव रिचर्ड्स का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ” विव महान थे और वह कम स्कोर पर आउट हुए हैं। सचिन तेंदुलकर महान थे और वह भी कम स्कोर पर आउट हुए है। सभी महान बल्लेबाज कभी न कभी कम स्कोर पर आउट हुए हैं। मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो इस बारे में बात करेंगे कि बल्लेबाज की यह कमजोरी है तो वह कमजोरी किसी भी बल्लेबाज को आउट किया जा सकता है।”