भारतीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने भारतीय पुरुष टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज केएस भरत का वेस्टइंडीज दौरे से पहले बचाव किया और कहा कि हमें उनके साथ अन्याय नहीं करना चाहिए। केएस भरत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे, लेकिन विकेट के पीछे उन्होंने गजब का काम किया था और डीआरएस लेने के मामले में कप्तान रोहित शर्मा की खूब मदद की थी। डीआरएस के मामले में केएस भारत ने जिस सूझबूझ का परिचय दिया था उसके लिए उनकी खूब तारीफ की गई थी।

भारत की पूर्व कप्तान अंजुम चोपड़ा ने विकेटकीपिंग बल्लेबाज केएस भरत के बचाव में कहा कि हमें उनके साथ अन्याय नहीं करना चाहिए। न्यूज 18 के साथ बात करते हुए अंजुम चोपड़ा ने कहा कि भरत के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए क्योंकि उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में अच्छा प्रदर्शन किया था। हालांकि इस मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 209 रन से हराकर पहली बार टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब जीता था।

अंजुम चोपड़ा ने कहा कि ऋषभ पंत टीम के साथ नहीं है और ये बड़ा नुकसान है, लेकिन केएस भरत के साथ अन्यान नहीं करें। मुझे लगता है कि टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में उन्होंने काफी अच्छा काम किया। भरत का पहला काम विकेटकीपिंग करना है और उन्होंने अपनी इस जिम्मेदारी को काफी अच्छे तरीके से निभाया। अंजुम ने कहा कि हमें उस मुकाबले में भरत की बल्लेबाजी पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए क्योंकि उनकी भूमिका शीर्ष और मध्यक्रम के बल्लेबाजों की सहायता करना है। आपको बता दें कि भरत ने कंगारू टीम के खिलाफ उस मैच की दोनों पारियों में 28 रन बनाए थे।

पूर्व भारतीय महिला बल्लेबाज ने भरत का समर्थन करते हुए कहा कि अगर हम ये कहते हैं कि भरत ने बल्लेबाजी में उस तरह का प्रदर्शन नहीं किया जैसा प्रदर्शन ऋषभ पंत भारतीय टीम के लिए कर सकते हैं तो मुझे लगता है कि हम शायद इसे गलत तरीके से देख रहे हैं। हमारे पास एक शीर्ष क्रम है जिसे बल्लेबाजी करनी है और एक मध्यक्रम जिन्हें उनका समर्थन करना है और एक निचला क्रम है जिसे सिर्फ सहायता की आवश्यकता है।