टीम इंडिया ने 5 मैचों की टी20 सीरीज में पहला दो मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की थी। हालांकि, तीसरा और चौथा टी20 मैच जीतने के बाद आत्मविश्वास से लबरेज टीम इंडिया ने 5वें टी20 में काफी खराब प्रदर्शन किया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 9 विकेट पर 165 रन बनाए। 166 रन के टारगेट को वेस्टइंडीज की टीम ने बड़े ही आसानी से हासिल कर लिया। टीम इंडिया के 5वां मैच हारने के साथ ही वेस्टइंडीज की टीम ने 3-2 सीरीज पर कब्जा जमा लिया।
वेस्टइंडीज के खिलाफ आखिरी टी20 में हार ने हार्दिक पांड्या की कप्तानी पर सवाल खड़े कर दिए। गेंदबाजी के दौरान उन्होंने कुछ ऐसे फैसले लिए जिसकी वजह से वेस्टइंडीज के खिलाफ हार के लिए सिर्फ और सिर्फ उन्हें जिम्मेदार माना जाएगा। टीम इंडिया की ओर से हार्दिक पांड्या ने गेंदबाजी की शुरुआत की पहले ही ओवर में 11 रन दिए। अर्शदीप सिंह ने अगले ओवर में काइल मेयर्स को पवेलियन भेजा।
इसके बाद फिर हार्दिक पांड्या तीसरे ओवर में गेंदबाजी करने आए। उन्होंने 13 रन देकर वेस्टइंडीज पर बना प्रेसर रिलीज कर दिया। वेस्टइंडीज का स्कोर 3 ओवर के बाद 1 विकेट पर 31 रन हो गया। इसके बाद अर्शदीप सिंह के ओवर में वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने 13 रन बनाए। हालांकि, कुलदीप यादव ने अपने पहले ओवर में किफायती गेंदबाजी की, लेकिन युजवेंद्र चहल ने अपने पहले ही ओवर में 14 रन दे दिए।
चहल को गेंदबाजी से हटाकर खुद गेंदबाजी करने आए हार्दिक
कुलदीप के अगले ओवर में 10 बने। इसके बाद हार्दिक पांड्या ने युजवेंद्र चहल को बॉलिंग अटैक से हटाया और खुद गेंदबाजी करने के लिए आए। उनके ओवर में 10 रन बने। इससे वेस्टइंडीज का स्कोर 8 ओवर में 1 विकेट पर 81 रन हो गया। यहीं से टीम इंडिया के हाथ से मैच फिसल गया। सवाल यह है कि जब हर गेंदबाज को रन पड़ रहे थे तो चहल को एक ओवर बाद ही हटाने का क्या मतलब था? यही नहीं, चहल को हटाने के बाद फिर खुद के गेंदबाजी करने के लिए आने की क्या जरूरत थी?
अक्षर पटेल का इस्तेमाल क्यों नहीं किया
ऐसा भी नहीं था कि टीम इंडिया के पास गेंदबाजी का कोई विकल्प नहीं था। अक्षर पटेल और मुकेश कुमार विकल्प थे। अक्षर पटेल से हार्दिक पांड्या ने चौथे टी20 में गेंदबाजी की शुरुआत कराई थी। हार्दिक पांड्या ने 5वें टी20 में उन्हें पहले 10 ओवर में गेंदबाजी ही नहीं दी। यह पहली बार नहीं था जब सीरीज में हार्दिक पांड्या ने अक्षर पटेल के साथ ऐसा किया हो। पहले दो टी20 में भी हालात ऐसे ही थे। इसके बाद सवाल उठे थे कि टीम में आखिर अक्षर पटेल का क्या रोल है?
चहल महंगे रहे
हार्दिक पांड्या ने अक्षर पटेल और मुकेश कुमार को गेंदबाजी के लिए सिर्फ 1-1 ओवर दिए। हार्दिक पांड्या ने तिलक वर्मा को 14वें ओवर में गेंदबाजी दी। तिलक वर्मा ने दूसरे ही गेंद पर निकोलस पूरन को पवेलियन भेजा। हालांकि, हार्दिक पांड्या ने इसके बाद तिलक वर्मा को अगला ओवर नहीं दिया और 3 ओवर में 35 रन लुटा चुके युजवेंद्र चहल को गेंद थमा दी। युजवेंद्र चहल ने इस ओवर में 16 रन लुटाए। इस तरह चहल ने 4 ओवर में कुल 51 रन दिए। कुलदीप यादव किफायती रहे, लेकिन विकेट नहीं चटका पाए।