भारतीय बल्लेबाजों ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार (10 अक्टूबर) को बेहतरीन बल्लेबाजी की। केएल राहुल अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में नहीं बदल पाए तो यशस्वी जायसवाल ने शतक जड़ा। साई सुदर्शन शतक से चूक गए, लेकिन फिर भी तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने राहत की सांस ली होगी।

साई सुदर्शन ने 87 रन की पारी के बदौलत बाएं हाथ बल्लेबाज कम से कम साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज तक भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की कर ली। साई ने इंग्लैंड दौरे पर डेब्यू किया था। सीरीज में वह और करुण नायर ही नहीं चल पाए। दोनों को नंबर 3 पर मौका मिला। करुण को वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज से ड्रॉप कर दिया गया, लेकिन डेब्यू के बाद से 7 पारी में सिर्फ 1 ही अर्धशतक लगा पाए साई को भरोसा जताया गया। नंबर-3 पर उन्हें मौका देने को लेकर लगातार सवाल हो रहे थे।

साई सुदर्शन के लिए करो या मरो की स्थिति थी

वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में केवल 7 रन बनाकर आउट होने के बाद साई सुदर्शन के लिए दिल्ली टेस्ट ‘करो या मरो’ की स्थिति वाली थी। साई अच्छी पारी नहीं खेल पाते तो साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में वह ड्रॉप हो सकते थे। इंग्लैंड दौरे पर चोटिल होने के कारण ऋषभ पंत को वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में नहीं चुना गया। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में उनका खेलना तय है।

जुरेल-पडिक्कल विकल्प

पंत की अनुपस्थिति में पहले टेस्ट में ध्रुव जुरेल ने शतक जड़ा। इसके बाद से साई पर दिल्ली टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने का और दबाव था। ऐसा न होने पर पंत की वापसी होती तो जुरेल को बतैर विशेषज्ञ बल्लेबाज खिलाने की बात होती। इसके अलावा देवदत्त पडिक्कल भी नंबर 3 के विकल्प हैं। अब साई ने दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करके कम से कम साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज तक बहस पर विराम लगा दिया है। हालांकि, उन्हें अपनी जगह पक्की करने के लिए नंबर 3 पर लगातार रन बनाने होंगे।