टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भारत को चैंपियन बनाने के बाद रोहित शर्मा ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप से संन्यास ले लिया था और इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि इस वर्ल्ड कप में टीम के उप-कप्तान रहे हार्दिक पंड्या को भारतीय टी20 टीम का कप्तान बनाया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। भारतीय सेलेक्टर्स ने सूर्यकुमार यादव को भारतीय टी20 टीम की कमान सौंपी और श्रीलंका दौरे पर तीन मैचों की टी20 सीरीज में सूर्यकुमार टीम इंडिया की कप्तानी करते हुए नजर आएंगे। इस सीरीज के शुरू होने से पहले श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज रसेल अर्नोल्ड ने बताया आखिरी हार्दिक पंड्या को क्यों भारतीय टी20 टीम का कप्तान नहीं बनाया गया।
रसेल का मानना है कि हार्दिक को भारतीय टी20 टीम की कमान नहीं दिए जाने के पीछे आईपीएल 2024 की बड़ी भूमिका थी। हालांकि, बीसीसीआई ने टी20 टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव को सौंपने का फैसला किया था जबकि सफेद गेंद के प्रारूप में उप-कप्तानी शुभमन गिल को सौंपी गई। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने हार्दिक के कप्तान नहीं बनाए जाने के बारे में कहा था कि उनके फिटनेस संबंधी समस्या को देखते हुए ऐसा फैसला किया गया, लेकिन अर्नोल्ड को नहीं लगता कि यही एकमात्र कारण है।
आईपीएल 2024 की वजह से हार्दिक नहीं बन पाए कप्तान
स्पोर्ट्स तक से बातचीत में श्रीलंका के पूर्व दिग्गज ने कहा कि हार्दिक और सूर्यकुमार दोनों ही बेहतरीन खिलाड़ी हैं। हालांकि, अर्नोल्ड को लगता है कि आईपीएल 2024 के दौरान हार्दिक को अपने आस-पास के सभी लोगों का सम्मान हासिल करने में संघर्ष करना पड़ा और इसने बीसीसीआई को अलग दिशा में देखने के लिए प्रेरित किया। अर्नोल्ड का मानना है कि यह सभी को एकजुट करने और उन्हें शांत और खुश रखने के बारे में है और यह सूर्यकुमार के लिए एक शानदार मौका है।
रसेल ने कहा कि दोनों ही शानदार खिलाड़ी हैं और खेल में अलग-अलग चीजें लेकर आते हैं। सूर्यकुमार यादव शायद सबसे बेहतर टी20 बल्लेबाजों में से एक हैं और जिस तरह से वे खेलते हैं, जाहिर है कि उन्हें खेल को देखना और पढ़ना आता है, जैसा कि कोई और नहीं कर सकता। हार्दिक ने भी यही दिखाया है, लेकिन मुझे लगता है कि आईपीएल जिस तरह से चला और जबकि हार्दिक वास्तव में अपने आस-पास के सभी लोगों का सम्मान हासिल नहीं कर सके, शायद बीसीसीआई को एक अलग दिशा में देखने के लिए प्रेरित किया हो। आपको बता दें कि हार्दिक के लिए आईपीएल 2024 अच्छा नहीं रहा और उनकी कप्तानी में मुंबई की टीम अंकतालिका में 10वें नंबर पर रही थी।