श्रीलंका के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज का दूसरा मुकाबला बुधवार को कोलंबो के प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले में कोरोना से परेशान भारतीय टीम को 4 विकेट से हार का भी सामना करना पड़ा। क्रुणाल पंड्या के कोरोना संक्रमित होने के बाद 9 खिलाड़ियों को सीरीज से बाहर कर दिया गया जिसके बाद सिर्फ 11 खिलाड़ी बचे टीम के पास और जिनमें महज 5 बल्लेबाज थे। इसके बावजूद मैच आखिरी तक भारत की गिरफ्त में बना रहा। वहीं भारत की गेंदबाजी में कुलदीप यादव ने भी अहम योगदान दिया।

भारत के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने डेढ़ साल बाद टी-20 क्रिकेट में वापसी की है। हालांकि ये वापसी ऐसी परिस्थितियों में हुई है जहां भारत के पास कोई और विकल्प ही नहीं था। क्रुणाल पंड्या के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद भारतीय टीम के 8 अन्य खिलाड़ी उनके कॉन्टैक्ट में आने के चलते बची हुई सीरीज से बाहर हो गए। ऐसे में मौका मिला कुलदीप यादव को। जिन्होंने दूसरे टी-20 में लय वापस पाते हुए गेंद को हर तरफ घुमाया और श्रीलंकाई बल्लेबाजों को छकाते हुए दो विकेट भी झटके।

वाइड बॉल पर मिला विकेट

कुलदीप ने इस मैच में चार ओवरों में 30 रन देकर दो विकेट अपने नाम किए। स्पिन ट्रैक पर कुलदीप ने एक गेंद ऐसी भी फेंकी जिसने श्रीलंकाई कप्तान दसुन शनाकार को चारों खाने चित करके वापस पवेलियन लौटा दिया।


कुलदीप की एक टर्न होती हुई गेंद पर शनाका आगे बढ़कर खेलने के लिए कूदे लेकिन गेंद इतनी टर्न हुई की लेग स्टंप के बाहर निकल गई और शनाका भी बाहर थी। फिर विकेटकीपर संजू सैमसन ने गेंद को शानदार तरह से कलेक्ट किया और विपक्षी कप्तान को स्टंप आउट करके वापस डगआउट में भेजा। हालांकि इस बॉल को अंपायर ने वाइड करार दिया था।

कुलदीप यादव को 568 दिनों बाद टी-20 इंटरनेशनल क्रिकेट में पहला विकेट मिला। इससे पहले उन्होंने 20 टी-20 मैच खेलते हुए 39 विकेट लिए थे। अब 21 मैचों में उनके नाम 41 टी-20 विकेट हो गए हैं। जिसमें 24 रन देकर पांच विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।

गौरतलब है कि पहला मुकाबला जीतने के बाद गुरुवार को दूसरे मुकाबले में भारत को हार का सामना करना पड़ा। सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर है और शुक्रवार को सीरीज का निर्णायक मुकाबला खेला जाएगा। अब देखना होगा कि परिस्थितियों से ग्रसित ये भारतीय टीम क्या कमाल कर पाती है और लगातार अपनी चौथी टी-20 सीरीज श्रीलंका में जीत पाती है या नहीं।