श्रेयस अय्यर ने पिछले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के पहले मैच से अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने अपनी पहली पारी में शानदार शतक लगाया। दूसरी पारी में 65 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।

वह डेब्यू टेस्ट में एक शतक और एक अर्धशतक लगाने वाले पहले भारतीय बने। अब, जैसा कि भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज के लिए तैयार है, श्रेयस अय्यर अपनी फॉर्म जारी रखने और दक्षिण अफ्रीकी परिस्थितियों में प्रभाव डालने की उम्मीद कर रहे होंगे।

आगामी सीरीज में श्रेयस अय्यर की संभावनाओं पर अपनी राय साझा करते हुए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका में भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाजों का वास्तविक टेस्ट होगा।

गांगुली ने कहा कि वह अय्यर को अपने पहले टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखकर बेहद खुश थे। हालांकि, बल्लेबाज की असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में होगी, पेस और बाउंस (गति और उछाल) है।

गांगुली ने बोरिया मजूमदार से ‘बैकस्टेज विद बोरिया’ पर बात करते हुए श्रेयस अय्यर के ‘स्टैंड एंड डिलीवर’ का समर्थन किया। गांगुली ने कहा कि घरेलू सर्किट में अय्यर की निरंतरता इस बात का सबूत है कि वह साधारण खिलाड़ी नहीं थे।

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि लंबे समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका औसत 50 का है। मैंने उसका प्रथम श्रेणी औसत देखा है। उसने 10 साल तक 52 के औसत से रन बनाए हैं। ऐसा कोई साधारण खिलाड़ी नहीं कर सकता है। ऐसे में कुछ स्थिति में आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए अवसर की आवश्यकता होती है।’

टेस्ट के लिए चोटिल रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में, अय्यर को 26 दिसंबर से शुरू होने वाली दक्षिण अफ्रीका सीरीज में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। भारत ने अब तक दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। विराट कोहली एंड कंपनी के पास कुछ इतिहास बनाने और विदेशी परिस्थितियों में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखने के लिए यह अच्छा मौका है।

साल 2021 में, भारत ने कोहली और रोहित जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों की अनुपस्थिति के बावजूद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनके घर में एक प्रभावशाली टेस्ट सीरीज जीत दर्ज की। इसके बाद टीम इंग्लैंड गई। वहां उसने COVID-19 खतरे के कारण पांच टेस्ट की सीरीज का आखिरी मैच स्थगित होने से पहले मेजबान टीम के खिलाफ निर्णायक बढ़त हासिल की।