India vs South Africa, 2ND ODI: कोई सिंगल/डबल नहीं? चिंता न करें। रोटेशन की समस्या का मुकाबला करने के लिए इशान किशन के पास सबसे प्रभावी तरीका है। छक्के मारो। व्हाइट बॉल क्रिकेट में उनके गेमप्ले के बारे में पूछे जाने पर 24 साल के इशान किशन ने कहा, ‘कुछ खिलाड़ियों की ताकत होती है रोटेट करना… किन्हीं की छक्के मारना… मेरे जैसा कोई छक्का भी उतनी जल्दी नहीं मार पाता है। मैं बहुत आसानी से मरता हूं।’

इशान किशन 22 गज की दूरी दौड़ने के मुकाबले बाउंड्री मारने के बारे में अधिक सोचते हैं। इशान किशन ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे वनडे में 7 छक्के और 4 चौके मारे। हालांकि, वह गृह मैदान पर शतक लगाने से चूक गए। वह 84 गेंद में 93 रन बनाकर आउट हुए।

इशान किशन ने 9 अक्टूबर 2022 को दूसरे एकदिवसीय मैच के बाद कहा, ‘यही मेरी ताकत है। छक्के मारना। इसलिए अगर मैं छक्के मारकर अपना काम कर सकता हूं तो मैं इतना रोटेट करने के बारे में नहीं सोचता। लेकिन हां, ऐसी पारी होगी जहां दूसरे छोर से विकेट गिरने पर रोटेशन की आवश्यकता होगी। तब स्ट्राइक भी रोटेट करूंगा।’

इशान किशन ने कहा, ‘उसके लिए (स्ट्राइट रोटेट करने के लिए) भी अभ्यास जरूरी है। लेकिन अगर आपकी ताकत छक्के मारने की है और आपको ऐसा करने के लिए गेंद मिलती है तो आपको स्ट्राइक रोटेट करने की जरूरत नहीं है। बस एक छक्का मारा।’

इशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 161 रन की साझेदारी की। दोनों ने इसे लेकर क्या रणनीति बनाई थी? इस सवाल पर इशान किशन ने कहा, ‘जब मैं केशव महाराज का पहला ओवर खेल रहा था तो मैंने अनुमान लगाया कि विकेट से स्पिन कराने में बहुत मदद नहीं मिल रही है। गेंद नई थी और हमने सोचा कि इसके पुराने होने से पहले 2-3 चांस लेने चाहिए।’

उन्होंने कहा, ‘दरअसल, कभी-कभी जब आप गेंदबाजों पर आक्रमण करते हैं तब वे अधिक रन देने से बचने के लिए लाइन और लेंथ से अलग करने की कोशिश करते हैं। तभी आपको अधिक आसान बाउंड्रीज मिलती हैं। मुझे लगा कि श्रेयस अय्यर के लिए भी यह आसान रहा होगा। योजना सिंपल थी, अगर बाएं हाथ का स्पिनर गेंदबाजी कर रहा है, तो मैं मौका लेता हूं और कोशिश करता हूं और उन पर दबाव डालता हूं।’