इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2022 के बाद उमरान मलिक की गेंदबाजी रफ्तार चर्चा में है। भारत के कई पूर्व क्रिकेटर्स का मानना है कि उमरान को इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया में चुना जाना चाहिए। उनकी रफ्तार ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर भारत के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। वहीं, मौजूदा कुछ गेंदबाजों का कहना है कि तेज गेंदबाजी अच्छी बात है, लेकिन लाइन, लेंथ और स्विंग का भी होना जरूरी है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम का हिस्सा हर्षल पटेल ने चौथे टी20 मैच से पहले स्पष्ट किया कि वह उमरान मलिक के जितनी तेज गेंदबाजी नहीं कर सकते हैं।
साउथ अफ्रीकी पेसर एनरिक नॉर्खिया ने भी कहा कि तेज गेंदबाजी अच्छी बात है, लेकिन इससे ज्यादा जरूरी मैच जीतना है। कुछ दिनों पहले उमरान मलिक से जुड़ा सवाल पूछे जाने पर पाकिस्तान के तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी ने भी कहा था कि तेज गेंदबाजी से ज्यादा जरूरी लाइन, लेंथ और स्विंग है।
हर्षल पटेल के पास उमरान मलिक जैसी गति नहीं है। उनका मानना है कि अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को लंबा खींचने के लिए उन्हें अपने खेल की ‘विविधता’ को लगातार विकसित करना होगा। धीमी गति की पिचें हर्षल की गेंदबाजी शैली के अधिक अनुकूल हैं। ऐसा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले दो मुकाबलों में जाहिर हुआ।
हर्षल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टी20 की पूर्व संध्या पर कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो पिछले दो साल से (आईपीएल में) लोग यह समझने का प्रयास कर रहे हैं कि मैं कैसी गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं। गेंदबाज को विरोधी खिलाड़ी जितना अधिक खेलेंगे उतना वे महसूस करेंगे कि गेंदबाज का मजबूत पक्ष और गेंदबाजी का तरीका क्या है।’
उन्होंने कहा, ‘गेंदबाज के रूप में मेरा काम है कि मैं उनसे एक कदम आगे रहूं। आपके पास 15 तरह की योजनाएं हो सकती हैं लेकिन अगर किसी निश्चित दिन दबाव की स्थिति में अगर आप मैदान पर आत्मविश्वास के साथ योजना को लागू नहीं कर पाए तो तो सभी चीजें आपके पक्ष में नहीं होंगी। मेरा ध्यान इस बात पर है कि मैच में उस समय मैं सर्वश्रेष्ठ संभव गेंद फेंक सकूं।’
हर्षल ने कहा, ‘मैं गति को लेकर चिंता नहीं करता, क्योंकि मैं उमरान मलिक जितनी तेजी से गेंदबाजी नहीं कर सकता। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को प्रभावी बनाने के लिए मुझे कौशल का विकास करना होगा। मैं कभी तूफानी गेंदबाज नहीं रहा, लेकिन मैं 140 किमी प्रति घंटे के आसपास पहुंच सकता हूं। मेरा ध्यान हमेशा अपने गेंदबाजी कौशल में विकास करने पर होता है। इस दौरान मैं अपनी गेंदबाजी के मजबूत और कमजोर पक्षों पर ध्यान देता हूं।’
उधर, एनरिक नॉर्खिया चोट से वापसी के बाद ‘पुरानी धार’ को फिर से हासिल करने के लिए पूरा जोर लगा रहे है। नॉखिया ने गुरुवार को कहा, ‘मैं अब तक उस (चोट से पहले के) स्तर तक नहीं पहुंच पाया हूं। मैं इसमें सुधार पर अब भी काम कर रहा हूं और एक दो चीजों की कमी को दूर करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं अपना आकलन पिछले साल के आईपीएल और टी20 विश्व कप के खेल के स्तर से कर रहा हूं। उस स्तर पर पहुंचने की कोशिश कर रहा हूं।’
नॉखिया से जब पूछा गया कि उनकी गेंदबाजी में कमी क्या रह रही तो उन्होंने हंसते हुए कहा, ‘अगर मुझे पता होता तो मैंने अब तक सुधार कर लिया होता। ऐसा नहीं है कि मैंने पूरी तरह से लय गंवा दी है। यह छोटे-छोटे बदलाव के बारे में है। मैं चीजों को सामान्य रखने की कोशिश करता हूं। मैं अभी किसी चीज पर काम कर रहा हूं। देखते हैं कि नतीजा कैसा होता है।’
नॉखिया ने कहा कि चोटिल होने से उन्हें कई चीजें सीखने को मिली। उन्होंने कहा, ‘यह काफी मुश्किल है, क्योंकि चोट से वापसी के बाद आप सीमित चीजें कर सकते है। आप लगाता आठ या नौ ओवर गेंदबाजी नहीं कर सकते। यह चुनौतीपूर्ण समय है। इससे भविष्य में चोट से निपटने में मदद मिलेगी।’
नॉखिया लगातार 150 किलोमीटर की गति से गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। उमरान मलिक के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह तेज गेंदबाजी में किसी होड़ में नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मलिक अच्छे और तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने मैदान में इसे दिखाया है। मैं इस मामले में किसी होड़ में नहीं हूं, अगर मैं तेज गेंदबाजी करता हूं तो यह अच्छा है लेकिन इससे ज्यादा जरूरी मैच जीतना है।’