ईडन गार्डन की पिच को लेकर बहस छिड़ी हुई है। यह मुद्दा तब और गरमा गया जब भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने पुष्टि की कि टीम को स्पिन लेने वाली विकेट की जरूरत है। हालांकि, कई लोगों ने इस फैसले की आलोचना की है, लेकिन पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने इस फैसले का समर्थन किया और यहां तक कहा कि पिच बहुत ज्यादा टर्न लेने वाली नहीं थी।
सुनील गावस्कर ने इंडिया टुडे से कहा, ‘…तो, यह बहुत ज्यादा टर्न लेने वाली पिच नहीं थी। यह ऐसी पिच थी जिस पर आपको ऐसे बल्लेबाजी करनी थी जैसे आप पांच दिन का टेस्ट मैच खेल रहे हों, न कि कोई 50 ओवर का मैच या ट्वेंटी-20 मैच जहां तीन डॉट बॉल के बाद आप ब्रेक-आउट शॉट खेलने की कोशिश करते हैं।’
5 विकेट रहते लक्ष्य हासिल करना चाहिए था: गावस्कर
सुनील गावस्कर ने कहा, ‘यही मुद्दा है। भारत के पास जिस तरह का बल्लेबाजी क्रम था, उसे देखते हुए 124 रन का लक्ष्य कम से कम पांच विकेट रहते हासिल किया जाना चाहिए था। उन्होंने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘बहुत से लोग पिच के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन अगर आप साइमन हार्मर के ओवर पर गौर करें तो उनकी कितनी गेंदें टर्न ले रही थीं? वह बहुत अच्छी तरह से मिश्रण कर रहे थे। उन्होंने सीधी गेंदें फेंकी और एक-दो गेंदें टर्न भी करवाईं।’ दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर हार्मर ने मैच में आठ विकेट लिए।
गौतम गंभीर ने पिच के बारे में क्या कहा?
पिच के बारे में बात करते हुए गौतम गंभीर ने बताया, ‘मुद्दा यह है कि आपको टर्न खेलना आना चाहिए। हमने यही मांगा था और हमें यही मिला। मुझे लगा कि क्यूरेटर ने बहुत मदद की और मुझे अब भी लगता है कि विकेट चाहे जैसा भी हो, 123 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था। मुझे लगा कि अगर आप हिम्मत रखें और अगर आपका डिफेंस मजबूत है अगर आपमें धैर्य है तो आप जरूर रन बना सकते हैं।’
गंभीर ने कहा था, ‘हो सकता है कि यह विकेट बहुत ज्यादा आक्रामक न हो जहां आप बड़े शॉट खेल सकें, लेकिन अगर आप हिम्मत रखें तो यह निश्चित रूप से एक ऐसा विकेट है जहां आप रन बना सकते हैं। यह बिल्कुल वैसी ही पिच है जैसी हमें चाहिए थी और मुझे लगता है कि जैसा कि मैंने पहले ही बताया कि क्यूरेटर बहुत मददगार थे और यही हम चाहते थे और यही हमें मिला। जब आप अच्छा नहीं खेलते, तो यही होता है।’
गंभीर से पूरी तरह सहमत: सुनील गावस्कर
सुनील गावस्कर ने गंभीर का समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘गौतम गंभीर से पूरी तरह सहमत हूं। इस पिच पर 124 रन का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था। इसमें कोई शक नहीं था। मैं गौतम गंभीर से पूरी तरह सहमत हूं कि पिच में कोई खराबी नहीं थी। तीसरे दिन पिच थोड़ी टर्न हुई, यह सामान्य बात है।’ उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा, ‘केशव महाराज की कितनी गेंदें टर्न हुईं? रविंद्र जडेजा या अक्षर पटेल की कितनी गेंदें टर्न हुईं?’
