केपटाउन में खेला गया भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच डेढ़ दिन भी नहीं चला था। 107 ओवर में मैच खत्म होने के बाद पिच पर सवाल उठे थे। क्रिकेट इतिहास का यह सबसे छोटा टेस्ट मैच था। अब तक इतने कम ओवर में किसी मैच में हार-जीत तय नहीं हुई थी। अब उस पिच की रेटिंग सामने आ गई है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने न्यूलैंड्स क्रिकेट ग्राउंड की उस पिच को असंतोषजनक (unsatisfactory) करार दिया है।
आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने न्यूलैंड्स की पिच को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें मैच ऑफिशियल्स की चिंता व्यक्त की गई और मूल्यांकन के बाद केपटाउन में न्यूलैंड्स पिच को “असंतोषजनक” माना गया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में कहा, ” न्यूलैंड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था। पूरे मैच के दौरान गेंद तेजी से और कभी-कभी खतरनाक तरीके से उछलती रही, जिससे शॉट खेलना मुश्किल था। कई बल्लेबाजों के दस्तानों पर गेंद लगी और असमान उछाल के कारण विकेट भी गिरे।”
क्या है आईसीसी का नियम
आईसीसी की पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रॉसेस के तहत यदि किसी पिच या आउटफील्ड को खराब स्तर का बताया जाता है, तो उस वेन्यू को कुछ डिमेरिट प्वाइंट दिए जाते हैं। उन वेन्यू को एक डिमेरिट अंक दिया जाता है जिनकी पिच और आउटफील्ड को मैच रेफरी असंतोषजनक बताते हैं।यदि कोई वेन्यू छह डिमेरिट अंक तक पहुंच जाता है, तो उसे 12 महीने के लिए किसी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से निलंबित कर दिया जाता है।
क्रिकेट साउथ अफ्रीका कर सकता है अपील
12 अवगुण अंकों के मामले में 24 महीने तक प्रतिबंध लग जाता है। ये अंक लगातार पांच साल की अवधि के लिए मान्य रहते हैं। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के पास प्रतिबंध के खिलाफ अपील करने के लिए 14 दिन का समय है। भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। पहले टेस्ट मैच में प्रोटियाज टीम को जीत मिली थी।
