टीम इंडिया को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले वनडे में 9 रन से हार का सामना करना पड़ा। बारिश से प्रभावित मुकाबले में आखिरी ओवर में 30 रनों की जरूरत थी। विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन ने शानदार बल्लेबाजी की और तबरेज शम्सी के ओवर में 20 रन बने। अगर 39वें ओवर में आवेश खान ने थोड़ी सूझबूझ दिखाई होती तो मेजबान टीम मैच अपने नाम कर लेती। मैच के बाद संजू ने भी कहा कि अगर आखिरी ओवर में 24 रनों की जरूरत होती तो वह चार छक्के लगाने को आशवस्त थे।
39वें ओवर शुरू होने से पहले टीम इंडिया को जीक के लिए 12 गेंदों पर 37 रनों की दरकार थी। टेम्बा बावुमा ने कगिसो रबाडा को गेंद थमाई और स्ट्राइक पर आवेश खान थे। उन्होंने संजू को स्ट्राइक देने के बजाय खुद बड़े शॉट लगाने की कोशिश की। इस चक्कर में 4 गेंदों पर सिर्फ 1 रन बने और पांचवीं गेंद पर वह आउट हो गए।
बस दो शॉट से रह गया
छठी गेंद पर रवि बिश्नोई आउट हुए, लेकिन नो बॉल होने के कारण वह बच गए। फ्री हिट पर उन्होंने चौका जड़ा। ऐसे में आखिरी ओवर में 30 रनों की जरूरत थी। आखिरी ओवर में तबरेज शम्सी गेंदबाजी करने आए और उन्होंने 3 चौके और एक छक्के की मदद से 20 रन जड़ दिए। मैच के बाद उन्होंने कहा कि बस दो शॉट से रह गया। 63 गेंदों पर 86 रनों की पारी खेलने वाले दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि पिच पर समय बिताने से उन्हें मैच को करीब ले जाने में मदद मिली।
तबरेज शम्सी को टारगेट करने की योजना थी
सैमसन ने प्रसे कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, ” विकेट पर थोड़ा टाइम गुजारना पसंद करता हूं। इंडियन जर्सी में खेलकर और भी स्पेशल हो जाता है। खेलते हैं तो मैच जीते के लिए, पर थोड़ा सा रह गया। दो शॉट रह गया। पर मैं अपने योगदान से खुश हूं। तबरेज शम्सी को टारगेट करने की योजना थी, जो अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे थे। मुझे पता था कि वह आखिरी में एक ओवर करेंगे। मैं अंतिम ओवर में 24 रन बनाने की कोशिश करता। मुझे आखिरी ओवर में चार छक्के मारने का भरोसा था।”