दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में केएल राहुल के साहसिक शतक की तारीफ करते हुए महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने इसे भारत के टेस्ट इतिहास के शीर्ष दस शतकों में से एक बताया। पहले टेस्ट के पहले दिन भारत के चार विकेट 92 रन पर गिर गए थे, जिसके बाद राहुल ने 137 गेंद में 101 रन की पारी खेली। उनकी इस पारी के बदौलत टीम इंडिया 245 के स्कोर तक पहुंच पाई।

स्टार स्पोटर्स पर हिन्दी कमेंट्री के दौरान गावस्कर ने कहा कि राहुल ने कठिन पिच पर शतक जमाया है जहां गेंद अजीब उछाल ले रही थी। उन्होंने कहा कि ऐसी पिच पर बल्लेबाजी के लिये काफी आत्मविश्वास चाहिये। उन्होंने कहा,‘‘ मैं पिछले 50 साल से क्रिकेट देख रहा हूं और निस्संदेह कह सकता हूं कि राहुल का यह शतक भारत के टेस्ट इतिहास के दस शीर्ष शतकों में से है क्योंकि यहां पिच काफी कठिन थी। एक बल्लेबाज इतनी आसानी से आत्मविश्वास हासिल नहीं कर पाता, खासकर जब गेंद इस तरह से स्विंग ले रही हो।’’

राहुल के छक्के से शतक पूरा करने पर क्या बोले गावस्कर

केएल राहुल ने गेराल्ड कोएत्जी की गेंद पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया। उसके बारे में गावस्कर ने कहा ,‘‘जिस शॉट पर उन्होंने छक्का लगाया, उसकी जितनी तारीफ की जाये वह कम है। यह फुललैंथ गेंद थी और इस तरह का शॉट टी20 में ही देखने को मिलता है।’’ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों और तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल चुनौतीपूर्ण पिच पर राहुल ने इस प्रारूप में अपने सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक बनाकर टेस्ट क्रिकेट में अपनी वापसी को यादगार बना दिया। क्राउड और पूरे भारतीय ड्रेसिंग रूम ने खड़े होकर उनका अभिनंदन किया।

भारत से बाहर 7वां शतक

पहले दिन का खेल 105 गेंदों पर नाबाद 70 रन पर समाप्त करने के बाद राहुल ने दूसरे दिन सिर्फ 28 गेंदों पर 31 रन बनाए और गेराल्ड कोएत्जी की गेंद पर डीप मिडविकेट पर छह रन के लिए स्टाइलिश पुल के साथ शतक पूरा किया। 14 चौकों और चार छक्कों की मदद से 101 रन की पारी, राहुल का इस मैदान पर दूसरा शतक था। भारत के बाहर प्रारूप में उनका सातवां शतक भी था।

भाषा इनपुट से खबर