साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में भिड़ने से पहले भारतीय टीम ने मंगलवार (11 नवंबर) को कोलकाता के ईडन गार्डन में अभ्यास किया। इस दौरान कप्तान शुभमन गिल और साई सुदर्शन ने नेट्स पर घंटों बल्लेबाजी की। हालांकि, ध्रुव जुरेल ने अभ्यास नहीं किया, जिनको विशुद्ध बल्लेबाज प्लेइंग 11 में शामिल करने की चर्चा है। नेट प्रैक्टिस के बाद कप्तान शुभमन गिल, सितांशु कोटक और मोर्न मोर्कल ने ईडन गार्डन की पिच का निरीक्षण किया। क्यूरेटर सुजान मुखर्जी से लंबी चर्चा की। ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम पिच से खुश नहीं है।
व्हाइट बॉल फॉर्मेट से रेड बॉल क्रिकेट में ढलने में समय लगता है और भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच से पहले अपनी तकनीक को निखारने के लिए नेट्स पर लगभग डेढ़ घंटा बिताया। पिछले महीने पाकिस्तान में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में 1-1 से सीरीज ड्रॉ कराने के बाद साउथ अफ्रीका की टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है। गिल ने पिछले महीने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों में अर्धशतक और नाबाद शतक लगाया था, जिन्हें भारत ने जीता था, सफेद गेंद वाले क्रिकेट में वह रनों के लिए जूझ रहे थे।
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ऑस्ट्रेलिया में वनडे और टी20 की आठ पारियों में गिल ने सिर्फ एक पचासा जड़ा और कैरारा ओवल में 46 रन बनाए। टेस्ट में टीम की कमान मिलने के बाद गिल ने बेहतरीन बल्लेबाजी की है। वह साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले लय हासिल करने के लिए मेहनत करते दिखे। नेट्स से पहले मुख्य कोच गौतम गंभीर और सहायक कोच सीतांशु कोटक हाई कोर्ट छोर के पास गिल के साथ लंबी बातचीत करते देखे गए। संभवतः उनके खेलने के तरीके पर चर्चा हो रही थी। गिल ने स्लिप-फील्डिंग का अभ्यास के बाद यशस्वी जायसवाल के साथ नेट सेशन में शामिल हुए।
स्पिन से थ्रोडाउन तक का अभ्यास
गिल ने स्पिन से शुरुआत करते हुए रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर का सामना किया। उन्होंने ज्यादातर शॉट जमीन पर खेले हुए और स्वीप भी लगाए। इसके बाद उन्होंने जसप्रीत बुमराह का सामना किया। नितीश कुमार रेड्डी और कुछ स्थानीय क्लब के गेंदबाजों ने उनकी सीम मूवमेंट से परीक्षा ली। इसके बाद गिल को अतिरिक्त उछाल और गति का अभ्यास कराने के लिए सपोर्ट स्टाफ के एक सदस्य ने ऊंचाई से थ्रोडाउन करने के लिए साइडआर्म का इस्तेमाल किया।
आत्मविश्वास से लबरेज दिखे जायसवाल
गिल ने साइड नेट पर एक घंटे से ज्यादा समय बिताने के बाद गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल की निगरानी में सेंट्रल पिच पर 30 मिनट तक थ्रोडाउन लिया। रणजी ट्रॉफी में राजस्थान के लिए 67 और 156 रनों की पारी खेलने के बाद जायसवाल ने सेंट्रल विकेट पर भी काफी समय बिताया, जहां उन्होंने मोर्कल और थ्रोडाउन का सामना किया। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज सहज और लय में दिख रहा था और आत्मविश्वास के साथ ड्राइव और पुल कर रहा था।
साई सुदर्शन ने खूब बहाया पसीना
नेट्स पर काफी समय बिताने वाले एक और बल्लेबाज साई सुदर्शन थे, जिन्होंने साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ इंडिया ए की ओर से दो अनौपचारिक टेस्ट मैचों में सिर्फ 84 रन बनाए। टीम प्रबंधन से उन्हें अबतक तीसरे नंबर पर सोपर्ट मिल रहा है। हालांकि, उन्होंने अभी तक अपनी जगह पक्की नहीं की है। उन्होंने अब तक मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 61 और वेस्टइंडीज के खिलाफ 87 रन बनाए हैं। उनके साथ इंडिया ए के लिए खेलने वाले केएल राहुल, ध्रुव जुरेल, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज ने अभ्यास नहीं किया।
तीसरे नंबर का बल्लेबाजी क्रम चर्चा का विषय
साई ने तेज गेंदबाजों, स्पिनरों और सेंट्रल पिच पर थ्रोडाउन का सामना किया। तीसरे नंबर का बल्लेबाजी क्रम चर्चा का विषय बना हुआ है। खासकर ध्रुव जुरेल के शानदार फॉर्म की वजह से। ऐसी भी अटकलें हैं कि जुरेल एक विशुद्ध बल्लेबाज के रूप में खेल सकते हैं, क्योंकि ऋषभ पंत चोट से वापसी के बाद विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं।
तेज गेंदबाजों में सिर्फ बुमराह ने किया अभ्यास
टेस्ट मैचों में 47.77 के औसत और वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला शतक लगाने वाले जुरेल प्रथम श्रेणी क्रिकेट में जबरदस्त फॉर्म में हैं। उन्होंने पिछले पांच मैचों में तीन शतक लगाए हैं। इसमें साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ दूसरे मैच में लगाए गए दो शतक भी शामिल हैं। तेज गेंदबाजों में सिर्फ बुमराह ही अभ्यास करने उतरे। उन्होंने लगभग 15 मिनट तक ऑफ स्टंप को निशाना बनाते हुए दो स्टंप पर हल्की गेंदबाजी की। उन्होंने कुछ देर बल्लेबाजी भी की और टीम के साथियों के साथ समय बिताया। बुमराह के दाहिने घुटने पर पट्टियां लगी थीं, लेकिन उन्होंने गंभीर और मोर्केल की मौजूदगी में गेंदबाजी की।
पिच से खुश नहीं भारतीय टीम
लगभग तीन घंटे की ट्रेनिंग के बाद, टीम के थिंक टैंक गंभीर, कोटक, मोर्कल और गिल पिच का लंबे समय तक निरीक्षण करने के लिए सेंटर विकेट पर इकट्ठा हुए। मोर्कल और गिल ने पिच कितनी ठोस है यह जांचने की कोशिश की। फिर क्यूरेटर सुजान मुखर्जी से 15 मिनट तक चर्चा हुई। उनके हाव-भाव देखकर लग रहा था कि प्रबंधन पिच से पूरी तरह संतुष्ट नहीं था। पिच भूरी दिख रही थी और उस पर हल्की घास भी है।
