साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में भारतीय टीम के हार के बाद कोच गौतम गंभीर ने ईडन गार्डन की पिच का बचाव किया। उन्होंने खिलाड़ियों पर हार का दोष मढ़ा और कहा कि वे दबाव नहीं झेल पाए। गंभीर का मानना है कि यह पिच बल्लेबाजी के लिए कठिन नहीं थी। यहां स्किल से ज्यादा दबाव झेलने की क्षमता दिखाने की जरूरत थी। गंभीर ने यह भी कहा कि भारतीय टीम ऐसी ही पिच चाहती थी।

गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह खेलने लायक विकेट था। यह पिच बिल्कुल वैसी ही थी जैसी हमने मांगी थी और हमें वही मिला। यहां के क्यूरेटर (सुजान मुखर्जी) ने बहुत सहयोग किया। मुझे लगता है कि यह एक ऐसी विकेट थी जो आपकी मानसिक तौर पर मजबूत का आकलन कर सकती है, क्योंकि अच्छे डिफेंस के साथ खेलने वालों ने रन बनाए हैं।”

गंभीर की रणनीति, गिल की चोट और बावुमा का अर्धशतक, ये हैं भारत की हार के 5 कारण

ज्यादातर विकेट तेज गेंदबाजों को ही मिले

गंभीर ने कहा, “स्किल से ज्यादा यहां दबाव झेलने की क्षमता दिखाने की जरूरत थी। जब आप तकनीक, मानसिक दृढ़ता और स्वभाव को देखते हैं, तो इस तरह की पिचें बल्लेबाजों को खुद को निखारने और परखने का मौका देती हैं। इतना ज्यादा टर्न होने के बावजूद, ज्यादातर विकेट तेज गेंदबाजों को ही मिले। बात यह है कि आपको टर्न खेलना आना चाहिए। हमने यही (पिच) मांगा था और हमें यही मिला।”

अगर आप धैर्य रखें, तो रन बना सकते थे

गंभीर ने कहा, “हो सकता है कि यह ऐसा विकेट न हो जहां आप बेधड़क क्रिकेट खेल सकें या बड़े शॉट खेल सकें, लेकिन अगर आप धैर्य रखें, तो रन बना सकते थे। यह बिल्कुल वैसी ही पिच है जिसकी हमें तलाश थी। जैसा कि मैंने पहले कहा क्यूरेटर बहुत सपोर्टिव थे। हम बिल्कुल यही चाहते थे और जब आप अच्छा नहीं खेलते तो यही होता है।”